मप्र में किसानों का ‘मृत्यु राग’
संदीप पौराणिकसंदीप पौराणिकभोपाल, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। दमोह के पथरिया में ललन यादव ने बड़े अरमानों के साथ अपने खेत में सोयाबीन की फसल बोई थी, लेकिन मौसम की मार ने उसके अरमानों पर ...
Read More »विलुप्त होती रामलीला को बचाने की मुहिम
रायपुर, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। कई वर्षो पहले जब भारत डिजिटल इंडिया नहीं हुआ था, तब मनोरंजन का साधन नाच, गम्मत, रामलीला व रासलीला हुआ करती थी। लेकिन छत्तीसगढ़ में रामलीला अब विलुप्त ...
Read More »जरा संभलकर, यह सेल्फी न ले ले जान!
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। सेल्फी के चलन ने देश-दुनिया में कई पैमानों को बदल दिया है। सेल्फी अब एक शौक नहीं, जुनून बन गया है। सोशल मीडिया पर जिसकी जितनी आकर्षक और लीक से हटक ...
Read More »बस्तर दशहरा : रथ चोरी की रस्म पूरी, वापसी की तैयारी
बस्तर दशहरा पर्व का प्रमुख कार्यक्रम 'मुरिया दरबार' 25 अक्टूबर को दोपहर एक बजे से जगदलपुर के सिरहासार भवन में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिं ...
Read More »काम के दौरान लेते रहें ब्रेक, तनाव से बचेंगे
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। तनाव से बचने के लिए अपने दफ्तर में काम करने के दौरान थोड़ी-थोड़ी देर बाद 'ब्रेक' लेते रहें। यानी थोड़ा टहलें और हल्का नाश्ता और चाय या कॉफी लें, फ ...
Read More »उप्र : किसानों ने भगवान भरोसे छोड़ी सूखती फसल
लखनऊ, 23 अक्टूबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश में इन दिनों मौसमी कहर के चलते फसल सूखे की चपेट में आ चुके हैं। बारिश की बाट जोह रहे किसान फसलों को सूखते देख परेशान हैं। उनकी समझ ...
Read More »एक गांव को मलाल, नेता भूल गए 23 बच्चों की मौत
छपरा (बिहार), 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार के सारण जिले के मशरख प्रखंड के धर्मसती गंडामन गांव में विधानसभा चुनाव की कोई हलचल नहीं दिखती। लोकतंत्र के इस पर्व में भागीदारी के लिए लोग ...
Read More »आधुनिकता की भेंट चढ़ गया बुन्देलखंड का सुआटा
कुछ यादें और कुछ परंपराओं के नाम पर आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में युवतियां इस खेल को पूरे मनोयोग से खेलती हैं। लोकगीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से ओत-प्रोत इस सुआटा के खेल का आनंद ...
Read More »जिंदगी बचाने में मददगार हो सकता है ‘सेवा एप’
संदीप पौराणिकसंदीप पौराणिकभोपाल, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। किसी हादसे का शिकार बने व्यक्ति या गंभीर मरीज के लिए समय पर चिकित्सा मिलना अब भी किसी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि मरीज को ...
Read More »दादरी पर दरियादिली, दिल्ली पर मौनता
हम वैचारिक संस्कृति की विपन्नता की ओर बढ़ रहे हैं। हमारे संस्कारों और सभ्यता पर सवाल उठने लगा है। हम हिंदुस्तान को आसमां से देखकर बेहद खुश हो रहे हैं। आंग्लिक शब्दावली से हम भारत ...
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