भोपाल– मप्र में “रामपथ वनगमन यात्रा “ निकलने की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने भाजपा के रणनीतिकारों की नींद उड़ा दी है और भाजपा के आँख से काजल की तरह यह मुद्दा निकाल कर कमलनाथ ने अपनी चुनावी रणनीतिक कौशल का संकेत दे दिया है.यह योजना सन 2007 में शिवराज सिंह चौहान ने चुनावों के समय बनायी थी और घोषणा भी की थी लेकिन चुनाव जीतने के बाद भाजपा सरकार ने इसे ठन्डे बस्ते में इसे डाल दिया.उत्तरप्रदेश चुनाव के पूर्व भी मोदी सरकार ने इस योजना का राजनैतिक फायदा उठाया था लेकिन चुनाव जीतते ही इस मुद्दे को भुला दिया गया.
कांग्रेस नेता हरिशंकर शुक्ला ने बताया कि हम प्रभु राम जी का आशीर्वाद ले इस चुनाव में जाने की तैयारी कर रहे हैं.ये एक खुली रथ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं जिसमें साधू-संत सवार होंगे एवं अखंड मानस -पाठ व् कीर्तन चलते रहेंगे.चित्रकूट से इस यात्रा के आरम्भ होने की सम्भावना है.
राम वन पथ गमन रास्ते के मुद्दे को भाजपा से छीन कर कांग्रेस ने अपनी समरसता वाली नीति स्पष्ट कर दी है.भाजपा के प्रवक्ताओं ने इस पर तीखा प्रहार किया ही ,उन्होंने कहा कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह मप्र में हिन्दू कार्ड खेल रही है.भाजपा प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि कांग्रेस भगवान् राम के नाम राजनीती कर रही है.
भोपाल में दिग्विजय सिंह ने कहा की राम भाजपा के नहीं हैं वे सबके हैं .और राम वन पथ गमन संकल्प हम पूरा करेंगे.