इस समारोह में 15 प्रोबेशनर नर्सों को साढ़े तीन वर्ष के गहन प्रशिक्षण के बाद कमीशन प्रदान कर मिल्रिटी नर्सिग सेवा में शामिल किया गया। इस अवसर पर मध्य कमान अस्पताल के सेनानायक मेजर जनरल एके दास मुख्य अतिथि एवं निरीक्षण अधिकारी के रूप में उपस्थित थे।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सर्वोत्कृष्ट प्रशिक्षणार्थियों को मेजर जनरल एके दास ने अवार्ड एवं पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
डीजीएएफएमएस बोर्ड इंटर्नशिप परीक्षा में अखिल भारतीय मेरिट लिस्ट में ओवर ऑल प्रथम स्थान हासिल करने के लिए लेफ्टिनेंट वेदिका ए. विजयन को ‘आर्मी कमांडर सिल्वर मेडल’ तथा ‘बेस्ट कैडेट-इन-अकादमिक’ के लिए ‘कमांडान्ट्स रॉलिंग ट्रॉफी’ से नवाजा गया।
लेफ्टिनेंट स्वाती स्वागतिका स्वेन को ‘बेस्ट आउटगोइंग स्टूडेंट नर्स’ के लिए प्रतिष्ठित ‘एसपी अरोड़ा रॉलिंग ट्रॉफी’ से सम्मानित किया गया। ‘बेस्ट क्लीनिकल स्टूडेंट नर्स’ घोषित ले. दिव्या एस. को ‘कमांडेंट्स मेडल’ से जबकि ‘बेस्ट क्लीनिकल नर्स’ के लिए ले. कर्नल सस्मिता को ‘लोरेंस नाइटेंगल अवार्ड’ से नवाजा गया।
इस मौके पर मेजर जनरल एके दास ने नए नर्सिग अधिकारियों को कार्यदक्षता एवं कुशल व्यवहार के साथ मरीजों को बेहतर सेवा प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नर्सिग अधिकारियों को न केवल देश के सैनिकों एवं उनके परिवारों बल्कि देश के बाहर तैनात विभिन्न शांति सेनाओं से जुड़े सैनिकों के परिवारों की सेवा का अवसर मिला है।
मेजर जनरल दास ने मरीजों की देखभाल एवं उनके चिकित्सा मंे नए उच्च तकनीकी एवं कुशल व्यावसायिक दक्षता के साथ कार्य निर्वहन की जरूरत पर बल दिया।