वाशिंगटन, 13 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका में सेना से अवकाशप्राप्त 27 अफसरों ने अमेरिकी सिखों की इस मांग का समर्थन किया है कि उन्हें दाढ़ी और पगड़ी के साथ सेना में सेवा देने की इजाजत दी जाए।
वाशिंगटन, 13 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका में सेना से अवकाशप्राप्त 27 अफसरों ने अमेरिकी सिखों की इस मांग का समर्थन किया है कि उन्हें दाढ़ी और पगड़ी के साथ सेना में सेवा देने की इजाजत दी जाए।
इन अफसरों में अमेरिकी सेना के एक तीन सितारा जनरल भी शामिल हैं। सिख कोलिशन नामक समूह इन अवकाशप्राप्त 27 अफसरों का एक पत्र रक्षामंत्री एश कार्टर को देने की योजना बना रहा है। इस पत्र में कहा गया है कि अमेरिकी सिखों को “सेवा का समान अवसर मिलना चाहिए।”
वाल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, इस पत्र में कहा गया है कि “अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने सैनिकों के जीवन में धर्म के महत्व को मान्यता देने के कई कदम उठाए हैं। लेकिन, अमेरिकी सिखों की राह की बाधा पहले जैसी बनी हुई है। सिख अपने धर्म का पालन करते हुए देश की सेना में अपनी सेवा देना चाहते हैं।”
अवकाशप्राप्त अफसरों ने कहा है कि सिखों को पगड़ी और दाढ़ी के मामले में छूट देने के लिए सेना को लंबी-कठिन प्रक्रिया से गुजरने के बजाए कोई तर्कसंगत रास्ता निकालना चाहिए।
वाल स्ट्रीट जर्नल ने कहा है कि अभी की स्थिति में सेना की कुछ शाखाओं में शामिल होने पर सिखों को दाढ़ी मुंडाना और पगड़ी हटाना पड़ सकता है।
1980 में अमेरिका में सेना ने नियम बनाए थे कि सभी सैनिकों को कुछ निश्चित तौर-तरीकों का पालन करना पड़ेगा। इनमें दाढ़ी रखने और पगड़ी पहनने पर रोक भी शामिल थी।
2009 से अबतक सिर्फ तीन पगड़ीधारी सिखों को अमेरिकी सेना में शामिल किया गया है। इनमें से एक अफगानिस्तान में काम कर चुके मेडिकल अफसर कमलजीत सिंह कलसी (39) हैं। इन्हें इनकी सेवा के लिए ब्रांज स्टार से नवाजा जा चुका है।
इस बीच प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक नेता जो क्राउले ने अवकाशप्राप्त सैन्य अफसरों की इस पहल का स्वागत किया है कि सिखों को दाढ़ी-पगड़ी के साथ सेना में काम करने का अवसर दिया जाए।