मरदह थाना क्षेत्र के लहुरापुर गांव के पूर्व प्रधान अम्बिका राम बसपा में विगत पच्चीस वर्षो से सक्रिय कार्यकर्ता हैं। उनका दावा है कि उन्होंने पार्टी के लिए तन, मन और धन से कार्य किया। साथ ही पार्टी प्रमुख मायावती की लिखी किताब ‘मेरे संघर्षमय जीवन एवं बहुजन मूवमेंट का सफरनामा’ समेत कई महंगी किताबें उन्होंने अपनी जमीन बेचकर खरीदी।
अम्बिका राम का आरोप है कि पार्टी नेताओं ने वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में टिकट देने के नाम पर उनसे 12 लाख 60 हजार रुपये ऐंठ लिए, मगर टिकट किसी और को पकड़ा दिया। इस बार पंचायत चुनाव में भी पार्टी नेताओं ने जिला पंचायत के टिकट के नाम पर उससे 3 लाख 60 हजार रुपये ले लिए, लेकिन टिकट नहीं दिया।
थाना ले जाए जाते समय राम ने कहा, “टिकट के लिए मैंने अपनी सारी जमीन-जायजाद बेच डाली, फिर भी सिवा तिरस्कार के कुछ नहीं मिला। दुखी होकर मैंने डीएम के दफ्तर के सामने मायावती की किताबें सीने पर रखकर मिट्टी तेल उड़ेलकर आत्मदाह का प्रयास किया, मगर पुलिस ने वह भी नहीं होने दिया। पता नहीं, थाने ले जाकर ये लोग मेरे साथ क्या करेंगे।”