संघ के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, शाखाओं को सक्रिय करने में पूरी ताकत लगाई जाएगी। इस एजेंडे को लेकर नए साल से नए तेवरों के साथ काम किया जाएगा और नई रणनीति के साथ काम होगा।
संघ के सह सरकार्यवाह दत्रात्रेय होस्बोले 15 जनवरी को लखनऊ आने वाले हैं, वह यहां तीन दिन रहेंगे।
फरवरी में 2-3 तारीख को सरकार्यवाह सुरेश जोशी भैया जी का दौरा तय हो चुका है। संघ के शीर्ष नेतृत्व की शाखाओं पर ध्यान देने की नसीहत संघ प्रचारक के लिए किसी कड़े इम्तिहान से कम साबित नहीं होगी।
होंगे वरिष्ठों के विस्तृत दौरे :
संघ पूरी कोशिश करेगा कि बिहार चुनाव की जैसी किसी भी तरह की गलतियां यहां पर नहीं दोहराई जाएं। बिहार में बड़ी हार झेलने के बाद भाजपा अब 2017 में यूपी में सत्ता हासिल करना चाहेगी। इसी लक्ष्य को पाने के लिए उसकी मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अगले एक साल तक उत्तर प्रदेश पर पूरा फोकस करने का फैसला किया है। इसके लिए संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के प्रदेश में विस्तृत दौरे होंगे। साथ ही शाखाआंे को सक्रिय करने में पूरी ताकत लगाई जाएगी।
संघ के सूत्रों के अनुसार, विश्लेषण और समीक्षा के दौरान खासतौर से यह जरूर देखा जाएगा कि कार्यकारी मंडल के फैसले के तहत प्रचारकों द्वारा गोद ली गई शाखाओं की स्थिति क्या है? वे कितना सक्रिय हैं और उन पर जुटने वाली संख्या कितनी है।
इसी के साथ बैठक में आने वाले नगर, जिला, विभाग, प्रांत और क्षेत्र के पदाधिकारियों को युवाआंे को शाखाओं से जोड़ने पर मुख्य फोकस रखने के तौर-तरीकों के बारे में समझाया जाएगा।