पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि अब जब पूरे प्रदेश की जनता बिजली-पानी के भीषण संकट से बेहाल है। सपा सरकार की उपेक्षा के दंश ने सैकड़ों किसानों की जान ले ली है और सत्ता के मद में चूर मुख्यमंत्री पिछले एक महीने के दौरान जर्मनी के बाद अपनी दूसरी विदेश यात्रा पर फ्रांस पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री की विदेश यात्रा पर सरकार का तर्क है कि फ्रांस दौरे में इत्र निर्माण की नई तकनीकों का पता लगाया जाएगा, ताकि कन्नौज के इत्र उद्योग को लाभकारी बनाया जा सके। कहा जा रहा है कि इससे किसान फूलों की खेती करने को प्रोत्साहित होंगे।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आठ महीने पहले हॉलैंड से लौटकर भी कुछ ऐसे ही सब्जबाग दिखाए थे। मुख्यमंत्री के इस मौके पर सरकारी प्रवक्ता ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि मुख्यमंत्री की इस यात्रा के अनुभव मंडियों, सहकारी संस्थाओं, पर्यावरण व खेती-किसानी के बुनियादी संसाधनों के विकास को नई गति व दिशा देंगे।
यह भी दावा किया गया था कि नीदरलैंड के लोरा हॉलैंड सहकारी संगठन की कार्यप्रणाली व आल्समीर पुष्प नीलामी केंद्र की तकनीकी का इस्तेमाल यूपी में फूलों की खेती को बढ़ावा देने में किया जाएगा। अब मुख्यमंत्री बताएं कि हॉलैंड दौरे के आठ महीने बाद उन्होंने प्रदेश में फूलों की खेती बढ़ाने के लिए क्या नीति बनाई या प्रयास किए?
चंद्रमोहन ने कहा कि यह प्रदेश की जनता के साथ सरासर धोखधड़ी है। मुख्यमंत्री जिस सरकारी धन से विदेशों के दौरे कर रहे है, वह आम जनता व किसान द्वारा चुकाए गए टैक्स का पैसा है। सपा के बदहाल राज में किसान और जनता के आंसू निकल रहे हैं और मुख्यमंत्री फ्रांस में परिवार समेत गर्मियों की छुट्टियों का सदुपयोग करने में व्यस्त हैं।