नई दिल्ली, 29 जनवरी (आईएएनएस)। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने देश में व्यापार प्रशिक्षुओं की संख्या बढ़ाने के लिए गुरुवार को यशस्वी कौशल विकास अकादमी के साथ ‘समझौते पर सहमति’ के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत अकादमी अगले तीन सालों में एक लाख व्यापार प्रशिक्षु तैयार करेगी।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री राजीव प्रताव रुडी ने बताया, “इसका लक्ष्य भारत में व्यापार प्रशिक्षुओं की संख्या बढ़ाना है। सरकार इस कार्यक्रम में युवाओं और कर्मचारियों के हिस्सा लेने को बढ़ावा देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। भारतीय युवाओं के कौशल को बढ़ाने और उन्हें बेहतर रोजगार प्राप्त करने के लायक बनाने के लिए सरकार ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को मान्यता दी है।”
हाल ही में एक वेबसाइट लांच किया गया है जिसमें सारी कंपनियां अपने यहां व्यापार प्रशिक्षुओं की जरूरत को प्रकाशित करेंगी। वहीं प्रशिक्षुओं को भी अपना आवेदन ऑनलाइन भेजने को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे कंपनियां, प्रशिक्षु और सरकार के बीच ऑनलाइन संपर्क हो सकेगा।