तिरुअनंतपुरम, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। केरल में हिंदुओं के एक बड़े समुदाय की पहचान रखने वाले एझावा समुदाय के नेता वेल्लापल्ली नटेसन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
भाजपा की केरल इकाई के प्रवक्ता वी.वी.राजेश ने मंगलवार को कहा, “वह (नटेसन) प्रधानमंत्री से मिलने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। हमें इस मुलाकात के राजनैतिक पहलुओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है। नटेसन और (भाजपा अध्यक्ष) अमित शाह के बीच कोल्लम में रविवार को मुलाकात हुई थी।”
नटेसन, उनके बेटे तुषार वेल्लापल्ली, केरल भाजपा के अध्यक्ष वी.मुरलीधरन और अमित शाह के बीच रविवार को कोल्लम में माता अमृतानंद मां के आश्रम में 45 मिनट तक बातचीत हुई थी।
नटेसन और तुषार की प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात तय थी, लेकिन 27 जुलाई को राष्ट्रपति ए.पी.जे.अब्दुल कलाम की मौत की वजह से यह मुलाकात नहीं हो सकी थी। नटेसन और तुषार की मोदी के बजाए अमित शाह से मुलाकात हुई थी।
नटेसन राज्य में खासा प्रभाव रखने वाले श्री नारायण धर्म पारिपलाना (एसएनडीपी) संगम के सर्वोच्च नेता हैं। यह संस्था समाज सुधारक श्री नारायण गुरु को अपना गुरु मानती है। नटेसन ने संकेत दिया था कि वह अपनी राजनैतिक पार्टी बना सकते हैं। इसके बाद से ही सभी निगाहें उनकी तरफ लगी हुई हैं।
केरल की 3.30 करोड़ की जनसंख्या में 50 फीसदी आबादी हिंदुओं की है। हिंदुओं में एझावा समुदाय की संख्या नायर समुदाय से थोड़ी अधिक है।
एझावा की सोशलिस्ट रिपब्लिकन पार्टी और नायरों की नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी हुआ करती थी। 1980 के दशक में इन पार्टियों के पतन के बाद से दोनों समुदाय अपनी राजनैतिक जमीन तलाश रहे हैं।
नटेसन की कोशिश विभिन्न हिंदू समूहों को मिलाने की है। लेकिन, नायर समुदाय के नेतृत्व ने साफ कर दिया है कि उसकी रुचि राजनैतिक दल के गठन में नहीं है। इसके बाद नटेसन ने अपनी योजना पर आगे काम शुरू किया है।
केरल भाजपा ने कहा है कि वह एसएनडीपी द्वारा राजनैतिक दल के गठन का स्वागत करेगी। कांग्रेस की इस पर प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) इससे सहमत नहीं है। पार्टी ने एसएनडीपी कार्यकर्ताओं को आगाह किया है कि भाजपा की तरफ कोई भी झुकाव उनके गुरु और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु की विचारधारा के विपरीत होगा।