काठमांडू, 11 जून (आईएएनएस)। चीन और नेपाल पहली बार जीलोंग (कीरिंग)-रासुवागाधी सीमा के माध्यम से एक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जुड़ गए हैं।
काठमांडू, 11 जून (आईएएनएस)। चीन और नेपाल पहली बार जीलोंग (कीरिंग)-रासुवागाधी सीमा के माध्यम से एक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जुड़ गए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इस नेटवर्क से जुड़ने के साथ ही अब नेपाल की वैश्विक दूरसंचार सेवाओं के लिए भारत पर एकमात्र निर्भरता समाप्त हो गई है।
नेपाल टेलीकॉम (एनटी) ने शनिवार को कहा कि हमारे ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क को चीन के दूरसंचार निगम लिमिटेड के साथ जोड़ा गया है।
एनटी के संयुक्त प्रवक्ता राम अधिकारी ने कहा, “यह संचार संबंध स्थापित करने के बाद हमने दो सप्ताह पहले तकनीकी परीक्षण किया था।”
दूरसंचार की दिग्गज कंपनी ने पिछले महीने घोषणा कर कहा था कि उसने ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम पूरा कर लिया है और अब दोनों देशों के नेटवर्क को कनेक्ट किया गया है।
एनटी ने धादिंग और रासुवागाधी जिलों के रास्ते काठमांडू से रासुवागाधी तक फाइबर लाइन बिछाई है। जिससे चीनी फाइबर नेटवर्क के साथ दूसरे का इंट्राकनेक्शन का रास्ता भी साफ हो गया है।
चीनी ऑप्टिकल फाइबर के साथ जुड़ने के बाद अब नेपाल चीनी कंपनियों के साथ इंटरनेट डेटा (बैंडविड्थ) खरीद सकता है। वर्तमान में नेपाली इंटरनेट सेवा प्रदाता भारत और अन्य देशों की कंपनियों से डेटा खरीद रहे हैं।