सरकारी समाचार एजेंसी ‘पेट्रा’ की रिपोर्ट के अनुसार, जॉर्डन की राजधानी अम्मान में शाह अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात के बाद ओलांद ने कहा कि वार्ता स्थगित होने का मतलब यह हो सकता है कि सीरिया संघर्ष विराम जल्द खत्म हो सकता है और उसके बाद फिर मारकाट व तबाही शुरू हो जाएगी।
उन्होंने कहा, “हमें मसले का राजनीतिक समाधान निकालना चाहिए और मैं आज इसलिए यहां हूं।”
ओलांद ने जोर दिया कि अगर सीरिया संघर्ष विराम खत्म होता है, तो जॉर्डन में सीरियाई शरणार्थियों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा, “जेनेवा में जो हो रहा है, वो बहुत जोखिमभरा है।”
वहीं, शाह अब्दुल्ला ने कहा कि जॉर्डन व फ्रांस विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग जारी रखेंगे।