नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस)। इंडिया हैबिटेट सेंटर के गुलमोहर सभागार में सिएट संस्था की ओर से ‘एक मुलाकात फरहत शहजाद के साथ’ कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें लोकप्रिय कवि-गजलकार फरहत शहजाद ने अपनी कविताएं सुनाईं और अपने कवि जीवन के कई अन्य पहलुओं पर डॉ. मृदुला सतीश टंडन से गुफ्तगू कर दिलचस्प बातों से अवगत कराया।
बुधवार की शाम आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ सिएट संस्था की अध्यक्ष डॉ. मृदुला टंडन के स्वागत भाषण से हुआ। मृदुला ने परिचय देते हुए फरहत शहजाद की उपलब्धियां गिनाईं। कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि लक्ष्मी शंकर वाजपेयी (आकाशवाणी के पूर्व महानिदेशक), लोकप्रिय गजल गायक शकील अहमद, फिक्की फ्लो की अध्यक्ष अर्चना गुप्ता गरोडिया तथा अन्य नामचीन हस्तियां मौजूद रहीं।
फरहत शहजाद ने बहुत कम उम्र में शोहरत की बुलंदियां छू लीं। 1983 में रिलीज हुई उस्ताद मेहंदी हसन के एलबम ‘कहना उससे’ की सातों गजलें उन्होंने लिखीं। इस एलबम ने उनकी किस्मत बदल दी।
‘एक मुलाकात फरहत शहजाद के साथ’ में लोगों को फरहत की जिंदगी से जुड़े अत्यंत रोचक किस्से भी सुनने को मिले। आखिर में सभागार में मौजूद गजल प्रेमियों के साथ एक सवाल-जवाब सत्र भी रखा गया।
खचाखच भरे सभागार में विख्यात शास्त्रीय गायिका रीता गांगुली, शायर सुबोध लाल, नाजिम नकवी, संजीव सराफ, खालिद आल्वी, डॉ. हरीश भल्ला सहित अनेक प्रतिष्ठित विभूतियां उपस्थित थीं।
डॉ. मृदुला ने कहा कि आज की पीढ़ी के लिए अपनी भाषा से जुड़ने के लिए ऐसे कार्यक्रम बेहद जरूरी हैं।