नई दिल्ली, 21 दिसम्बर (आईएएनएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार ने खुद को दिल से कांग्रेसी बताते हुए कहा है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का भविष्य अनिश्चित दिखता है।
नई दिल्ली, 21 दिसम्बर (आईएएनएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार ने खुद को दिल से कांग्रेसी बताते हुए कहा है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का भविष्य अनिश्चित दिखता है।
पवार ने हाल ही में प्रकाशित अपनी आत्मकथा ‘ऑन माय टर्म्स’ (स्पीकिंग टाइगर) में यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री की कार्यशैली ने ढेर सारी चिंताएं पैदा कर दी हैं, क्योंकि देश पर शासन करना, गुजरात पर शासन करने से बहुत अलग है।
उल्लेखनीय है कि पवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल के होने के मुद्दे को लेकर 1999 में पार्टी से अलग हो गए थे, लेकिन उन्होंने कहा है कि आज भी कांग्रेस के साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव है।
महाराष्ट्र के बारामती से लंबे समय तक लोकसभा सदस्य रहे पवार ने कहा है, “हाल के वर्षो में कांग्रेस पार्टी में गिरावट से मुझे दुख हुआ है।” पवार देश के रक्षा और कृषि विभाग के मंत्री रह चुके हैं।
उन्होंने कहा है, “(कांग्रेस उपाध्यक्ष) राहुल गांधी पार्टी को जिंदा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल भविष्य अनिश्चित दिखता है।”
पवार ने कहा कि यह स्वस्थ संकेत नहीं है कि कांग्रेस की राजनीति अब सिर्फ राहुल गांधी के इर्द-गिर्द घूम रही है।
उन्होंने कहा है, “मौजूदा स्थिति में भाजपा के सामने राष्ट्रीय स्तर पर एक अपराजेय विकल्प के रूप में खड़ा हो पाना कांग्रेस के लिए एक कठिन कार्य होगा।”
पवार ने लिखा है, “इस स्थिति का सामना करने के लिए कांग्रेस के पास छोटे और क्षेत्रीय दलों को साथ लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। लेकिन इसके लिए संभावित सहयोगियों में यह विश्वास कायम करना होगा कि कांग्रेस गठबंधन को उसी भावना के साथ चलाएगी, जो भावना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिखाई थी।”
पवार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने एक दशक के शासन के दौरान इस योग्यता का परिचय दिया है और उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व वाली संप्रग सरकार का नेतृत्व किया, जिसमें राकांपा भी शामिल थी।
पवार ने 264 पष्ठों वाली किताब में कहा है, “लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज की कांग्रेस संप्रग युग की तुलना में अधिक कमजोर हो गई है।”
राकांपा नेता ने कहा है कि राहुल गांधी अभी युवा हैं और उन्हें अपनी तैयारी के लिए अधिक समय दिया जाना चाहिए।
राहुल के राष्ट्रव्यापी दौरे के संदर्भ में पवार ने कहा है, “मौजूदा समय में कांग्रेस एक बहुत ही बुरे आकार में है और इसे व्यवस्थित करने के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है।”
पवार ने मोदी की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है, “मोदी की कार्यशैली से कई चिंताएं पैदा हुई हैं। गुजरात जैसे एक राज्य में डंडे के बल शासन करना अलग बात है, लेकिन जब आप देश पर शासन कर रहे हैं, तो लंबे समय तक यह तकनीक नहीं चल सकती।”
उन्होंने कहा, “राजनीतिक सत्ता को चंद हाथों में केंद्रित करने की एक प्रवृत्ति होती है, और यदि ऐसा हुआ तो भ्रष्ट बनने में ज्यादा समय नहीं लगता।”