काठमांडू, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। नेपाल के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हजारों भारतीय इकट्ठे हो गए हैं। वे सभी दो दिन पहले आए भीषण भूकंप के बाद अपने घर जाने के लिए बेताब हैं और वतन वापसी के लिए प्रयास कर रहे हैं।
काठमांडू, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। नेपाल के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हजारों भारतीय इकट्ठे हो गए हैं। वे सभी दो दिन पहले आए भीषण भूकंप के बाद अपने घर जाने के लिए बेताब हैं और वतन वापसी के लिए प्रयास कर रहे हैं।
भूकंप के बाद के झटकों और दोबारा भूकंप आने के डर के कारण भारी संख्या में भारतीय नागरिक भारतीय वायुसेना और नागरिक विमान पर सवार होने का इंतजार कर रहे हैं। इनमें से कुछ लोग ऐसे हैं जिनके सभी रुपये खर्च हो गए हैं।
नेपाल के लिए राहत सामग्री ले जा रहे विमान ने अभी तक 2,000 भीरतीयों को बाहर निकाल लिया है। नई दिल्ली में अधिकारियों ने कहा कि राहत एवं बचाव का कार्य अभी जारी रहेगा।
निजी भारतीय विमानन कंपनियों ने भी नेपाल से लोगों को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया है।
कलंकी में भी भारतीयों की भारी भीड़ जमा है। यह स्वदेश लौटने का सड़क मार्ग है।
उत्तराखंड के भारतीयों को देश वापस लाने के लिए 28 बसों को काठमांडू और नेपाल के अन्य शहरों की ओर रवाना करने की संभावना है।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों से धैर्य बनाए रखने के लिए कहा है। इसके अलावा दूतावास ने उन भारतीयों की आर्थिक सहायता करने का भी वादा किया है जिनके पास धन नहीं बचा है।
दूतावास ने कहा कि निकासी के मामलों में घायलों, बुजुर्गो, बच्चों और महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
भारतीय बचाव दल ने नेपाल में 400 टन राहत सामग्री वितरित की है।
भारतीय दूतावास की वेबसाइट पर संतोष कोप्पिसेट्टी द्वारा जारी एक पोस्ट के मुताबिक, “सर, मेरे परिजन वनेपाल की यात्रा पर हैं। वे रक्सौल (बिहार) से बस द्वारा सड़क मार्ग से काठमांडू के लिए रवाना हुए थे। उसके बाद से उनकी कोई खबर नहीं है।”
संतोष जैसे ही कई सारे लोग हैं जो नेपाल में रहने वाले, घूमने आए अथवा काम करने वाले अपने परिजनों की जानकारी चाहते हैं।