नई दिल्ली, 28 दिसम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) विवाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से माफी मांगने से इनकार किया है।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “भाजपा मुझसे माफी मांगने को कह रही है, लेकिन मैं माफी नहीं मागूंगा। मानहानि मामले में जेटली जी को अपनी बात रखने दीजिए। अंतत: सच्चाई सामने आएगी।”
आप ने डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आरोप लगाया है। लेकिन भाजपा ने एक जांच समिति द्वारा जेटली को इस मामले में क्लीन चिट देने का दावा करते हुए केजरीवाल से इस मामले में माफी मांगने को कहा।
जेटली ने इस मामले में केजरीवाल और आप के कुछ नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी किया है।
केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “दिल्ली सरकार की किसी जांच में क्लीन चिट नहीं दी गई है। इस रिपोर्ट में भ्रष्टाचार की कई बातों की पुष्टि की गई है, लेकिन इसमें किसी की जिम्मेदारी नहीं तय की गई है।”
मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “इसमें किसी का नाम नहीं लिया गया है और न ही जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच आयोग गठित किए जाने की अनुशंसा की गई है, जो हमने अब किया है।”
इससे पहले पूर्व सॉलिसिटर जनरल गोपाल सुब्रमण्यम ने डीडीसीए में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए गठित जांच आयोग की अध्यक्षता के लिए स्वीकृति दे दी है।
इस बीच, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भले ही डीडीसीए पर रिपोर्ट में किसी का नाम नहीं आया हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि जेटली को क्लीन चिट मिल गई है, जो वर्ष 2013 तक इस पद पर 13 साल के लिए रहे।
सिसोदिया ने कहा, “डीडीसीए भ्रष्टाचार पर आई रिपोर्ट में किसी का नाम नहीं है, तो फिर किसने भ्रष्टाचार किया है, भूत ने?”
सिसोदिया ने कहा कि ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि जेटली को इस मामले में क्लीन चिट मिल गई है, लेकिन तथ्य यह है कि जांच आयोग ने अभी तक अपनी छानबीन भी शुरू नहीं की है।