नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के नेताओं की मौजूदगी से नरेंद्र मोदी सरकार की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति परिलक्षित होगी।
राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) के गणतंत्र दिवस शिविर में उन्होंने कहा, “यह प्रधानमंत्री की इच्छा है कि ‘लुक ईस्ट’ नीति अब ‘एक्ट ईस्ट’ नीति होना चाहिए।”
सीतारमण ने कहा, “‘लुक ईस्ट’ नीति को ‘एक्ट ईस्ट’ में बदलने की प्रधानमंत्री की इच्छा वास्तविकता का आकार ले रही है।”
उन्होंने कहा, “गणतंत्र दिवस समारोह में आसियान के 10 नेताओं की उपस्थिति से, भारत निश्चित ही अपनी ‘एक्ट ईस्ट’ नीति को प्रदर्शित कर सकेगा।”
आसियान के सभी दस देशों के नेताओं ने भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आने की पुष्टि कर दी है। आसियान देशों के नेता नई दिल्ली और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के बीच निकट संबंध की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर गणतंत्र दिवस में शिरकत कर रहे हैं।
इंडोनेशिया, सिंगापुर, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई, थाइलैंड, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम के नेता 24 जनवरी से भारत आना शुरू कर देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन नेताओं के सम्मान में भव्य रात्रि भोज देंगे।