नई दिल्ली, 19 जुलाई (आईएएनएस)। सरकार ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर मंगलवार को अकादमिक पृष्ठभूमि के 40 सांसदों का अभिनंदन किया।
संसद परिसर में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इन 40 शिक्षकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज का यह समारोह संसद के बारे में सही संदेश भेजेगा।
उन्होंने कहा, “दोनों सदनों में अकादमिक पृष्ठभूमि के 50 से अधिक सदस्य हैं। उसी तरह काफी संख्या में सदस्य चिकित्सक हैं और 300 से अधिक स्नातकोत्तर हैं।”
जावड़ेकर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन वह समारोह में शिरकत नहीं कर सके। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुरली मनोहर जोशी विदेश में होने के कारण समारोह में हिस्सा नहीं ले सके।
जिन सांसदों का अभिनंदन किया गया उनमें करण सिंह, जनार्दन द्विवेदी, राजीव गौड़ा, के.वी.थॉमस, भुवनेश्वर कलिता, थोकचोम मेनया (सभी कांग्रेसी), सुब्रमण्यम स्वामी, फग्गन सिंह कुलस्ते, रवींद्र पांडे, जितेंद्र सिंह, सी.पी.ठाकुर (भाजपा), राम गोपाल यादव (समाजवादी पार्टी), सुगता बोस, सौगत रॉय (दोनों तृणमूल कांग्रेस), चंदुमाजरा सिंह (अकाली दल), पी.के.टीचर (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी), पी.जे.कुरियन (राज्यसभा के उप सभापति) भी शामिल थे।
जावड़ेकर ने कहा कि मौजूदा शिक्षा प्रणाली को चार बिंदुओं पर केंद्रित होना चाहिए-सबको शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, वहन करने योग्य शिक्षा तथा एक ऐसी शिक्षा प्रणाली जो जवाबदेह हो और शिक्षकों के प्रति भी सम्मानपूर्ण हो।