नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा है कि सरकार द्वारा घरेलू गैस मूल्य की कटौती करने से जहां सरकारी कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) सर्वाधिक प्रभावित होगी, वहीं इस कटौती से नया उत्खनन निवेश और ईंधन आयात भी हतोत्साहित होगा।
साख परिदृश्य पर मूडीज के एक आलेख में सोमवार को कहा गया है, “गैस मूल्य कटौती अपस्ट्रीम कंपनियां ओएनजीसी और ऑयल इंडिया के लिए क्रेडिट निगेटिव है, क्योंकि इससे उनकी आय घट जाएगी, जो पहले ही तेल मूल्य कम होने से घट गई है।”
आलेख में कहा गया है, “कटौती का सर्वाधिक प्रभाव ओएनजीसी पर होगा।” मूडीज ने कहा कि ओएनजीसी की आय करीब 30 करोड़ डॉलर और ऑयल इंडिया की आय करीब 3.3 करोड़ डॉलर घट जाने की उम्मीद है।
इससे पहले स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने कहा था कि प्राकृतिक गैस मूल्य को 4.66 डॉलर प्रति यूनिट से 18 फीसदी घटाकर अगले छह महीने तक के लिए 3.82 फीसदी कर दिए जाने से तेल उत्खनन एवं उत्पादन कंपनियां निवेश करने से हतोत्साहित होंगी।
नया मूल्य एक अक्टूबर से लागू है।
मूडीज ने कहा, “भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए प्राकृतिक गैस आयात पर निर्भर है। वित्त वर्ष 2015 के लिए देश की कुल प्राकृतिक गैस खपत के 36 फीसदी की आपूर्ति आयात से हुई। इसी तरह एक अप्रैल से 30 अगस्त 2015 के पांच महीने की अवधि में 39 फीसदी आपूर्ति आयात से की गई।”
आलेख में कहा गया है, “आयात में वृद्धि जारी रहेगी, क्योंकि कम अंतर्राष्ट्रीय गैस मूल्य से प्राकृतिक गैस की मांग बढ़ेगी और घरेलू मूल्य कम होने से अपस्ट्रीम कंपनियां उत्खनन और नए गैस भंडार का विकास करने में रुचि नहीं लेंगी।”
मूडीज ने कहा, “जब तेल मूल्य कम रहता है, तब अपस्ट्रीम कंपनियां कठिन क्षेत्रों में उत्पादन कर लाभ नहीं निकाल पाती हैं।”