चीन ओपन के पहले ही दौर से चीन की तीन खिलाड़ी, झांग शुआई, हान शिनयुन और झेंग साईसाई हारकर बाहर हो चुकी हैं तथा सिर्फ वांग कियांग ही महिला एकल वर्ग में चीन की एकमात्र उम्मीद रह गई हैं।
वांग कियांग ने रविवार को पहले दौर में जीत हासिल कर दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया, वहीं शीर्ष वरीय रोमानिया की सिमोना हालेप को टखने की चोट के चलते पहले दौर के मैच के बीच से हटना पड़ा।
हालेप क्वालीफाइंग के जरिए प्रवेश पाने वाली लारा आरुआबारेना के खिलाफ 4-5 से पीछे चल रही थीं जब उन्होंने मैच से हटने का फैसला किया।
चीन की झांग शुआई को इस वर्ष आस्ट्रेलियन ओपन और अमेरिकी ओपन के पहले दौर के मुकाबले में जर्मनी की मोना बार्थेल ने बाहर का रास्ता दिखाया था। रविवार को बीजिंग में शुआई एक बार फिर बार्थेल की बाधा पार नहीं कर सकीं। बार्थेल ने शुआई को सीधे सेटों में 6-3, 6-2 से हराया।
मैच के बाद झांग ने कहा, “निश्चित तौर पर मैच हारना असंतोषजनक होता है। लेकिन अच्छी बात यह रही कि मैंने कोर्ट पर खुद को बेहतर महसूस किया। मुझे लगा कि मैंने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, भले ही मुझे हार मिली हो।”
वहीं शिनयुन ने अमेरिकी ओपन चैम्पियन इटली की फ्लाविया पेनेटा के खिलाफ कड़ी चुनौती पेश की। शिनयुन ने पहला सेट गंवाने के बाद दूसरे सेट में जबरदस्त वापसी की और पेनेटा को चौंकाते हुए दूसरा सेट जीत लिया। पेनेटा ने हालांकि स्कोर बराबर होने के बाद तीसरे सेट में शिनयुन को वापसी का कोई मौका नहीं दिया और मैच 7-5, 4-6, 6-4 से जीत लिया.
शिनयुन ने कहा, “मुझे कुछ मौके मिले, लेकिन मैं कोर्ट पर खुद आत्मविश्वास से भरी नहीं पा रही थी। मुझे लगा कि मेरे पास अपनी प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी की अपेक्षा कम अनुभव है।”
चीन की तीसरी खिलाड़ी 65वीं विश्व वरीयता प्राप्त झेंग साईसाई को फ्रांस की कैरोलीन गार्सिया ने सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से बाहर का रास्ता दिखाया।
इससे पहले शनिवार वांग कियांग चीन की एकमात्र उम्मीद बनकर उभरीं। उन्होंने वारवरा लेपचेंको को तीन सेटों तक खिंचे मुकाबले में 6-2, 3-6, 6-2 से हराया।