बैंकॉक, 19 मई (आईएएनएस)। थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा ने मंगलवार चावल सब्सिडी योजना की पहली सुनवाई के दौरान अपना दोषी स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
समाचार पत्र ‘बैंकॉक पोस्ट’ के मुताबिक, यिंगलक पर चावल सब्सिडी योजना में भ्रष्टाचार और नुकसान को रोकने में रही उनकी उदासीनता और पद एवं अधिकार के दुरुपयोग के आरोप लगे हैं। इस योजना से 500 अरब बाट यानी 13 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है।
इस मामले की सुनवाई बैंकॉक के सर्वोच्च न्यायालय में मंगलवार सुबह शुरू हुई।
अदालत ने तीन जुलाई से पहले यिंगलक का पूरा बयान जमा कराने की यिंगलक के वकीलों के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और उन्हें जमानत दे दी।
हालांकि, सुनवाई के दौरान उन्हें न्यायालय के आदेश के बिना देश छोड़कर जाने की अनुमति नहीं है।
न्यायालय ने साक्ष्यों और गवाहों की जांच के लिए 21 और 28 जुलाई की तारीख निर्धारित की है।
न्यायालय ने शिनावात्रा को सभी सुनवाइयों के दौरान अदालत में पेश होने का आदेश दिया गया है। यदि वह इस दौरान अदालत में पेश नहीं होती हैं, तो उन्हें उचित कारणों के साथ अदालत में पेश नहीं होने के लिए अनुग्रह पत्र जमा कराना होगा।
थाईलैंड के राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी आयोग ने यिंगलक पर किसानों के वोट हासिल करने के लिए चावल योजना का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
यदि वह दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें अधिकतम 10 साल तक की कैद हो सकती है।