हैदराबाद, 19 जनवरी (आईएएनएस)। हैदराबाद विश्वविद्यालय में एक दलित शोधछात्र की खुदकुशी पर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय, हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की छात्रों की मांग का मंगलवार को समर्थन किया।
विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मामले के राजनीतिकरण का सवाल ही नहीं उठता, लेकिन उन्होंने छात्रों की इंसाफ की लड़ाई को अपना पूरा समर्थन देने का भरोसा जताया।
किसी का नाम लिए बगैर राहुल ने कहा कि दिल्ली के केंद्रीय मंत्री और कुलपति ने ऐसी स्थितियां पैदा कीं कि शोधछात्र रोहित वेमुला को आत्महत्या करनी पड़ी।
छात्रों की मांग का समर्थन करते हुए राहुल ने कहा कि छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में अपने विचार रखने का अधिकार है।
वह निलंबित किए गए चार अन्य दलित छात्रों से मिले और वेमुला के परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग भी की।
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहे छात्र रोहित वेमुला ने रविवार को छात्रावास स्थित अपने कमरे में खुदकुशी कर ली। इसके बाद हैदराबाद से दिल्ली तक विरोध-प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया।
प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों का आरोप है कि रोहित ने यह कदम उसके साथ हुए भेदभाव व सामाजिक बहिष्कार की वजह से उठाया।
छात्रों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने दलित छात्रों के बहिष्कार का विरोध कर रहे छात्रों पर कार्रवाई के बाबत केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखा था। स्मृति के आदेश पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच छात्रों को निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद एक छात्र ने खुदकुशी कर ली।