काठमांडू, 2 मई (आईएएनएस)। नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के एक सप्ताह बाद यहां जनजीवन अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। लोग अब घरों को लौटने लगे हैं। मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी।
विनाशकारी भूकंप में 6,300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और लाखों लोग बेघर हो गए।
समाचार चैनल कांतिपुर न्यूज के अनुसार एक सूत्र ने बताया कि लोग अब घरों में जाना सुरक्षित समझ रहे हैं, क्योंकि बीते तीन दिनों से भूकंप या झटका महसूस नहीं किया गया है।
हालांकि हजारों लोग अब भी तंबुओं, वाहनों या खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं, जिनके घर भूकंप में पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, जबकि कुछ लोग भूकंप के डर से अब भी अपने घरों में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे।
काठमांडू के कालांकि क्षेत्र निवासी गोमा श्रेष्ठ ने बताया, “बीता सप्ताह हमारे जीवन का सबसे कठिन समय था। स्वास्थ्य के नजरिए से तंबुओं के बाहर रहना खतरे से खाली नहीं था। कई लोग बीमार भी हुए हैं।”
बारिश, खराब भोजन और तंबुओं में साफ-सफाई के अभाव के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। काठमांडू के अस्पतालों में भी फ्लू और दूसरी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की भारी भीड़ लगी है।
गोमा और उनके कई रिश्तेदार चार रातों से तंबु में रह रहे हैं। उन्हें बेहद कम भोजन-पानी में गुजारा करना पड़ रहा है। सरकार और दूसरे संगठनों से उन्हें अब तक कोई राहत और सहायता नहीं मिल पाई है।
इसके अलावा, काठमांडू में जीविका आदि के सिलसिले में आकर अस्थाई रूप से रहने वाले लोग अपने अपने गांवों को लौट गए हैं।