इस्लामाबाद, 12 जुलाई (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी स्कूल में दिसंबर 2014 में हुए हमले का मास्टरमाइंड अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया।
समाचार पत्र ‘डॉन’ ने पाकिस्तान के एक शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से बताया कि अफगानिस्तान में नांगरहार प्रांत के बंदार इलाके में शनिवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में उमर मंसूर के साथ-साथ एक अन्य आंतकवादी कारी सैफुल्ला की मौत हो गई।
एक अधिकारी ने बताया कि उनके पास सैफुल्ला के साथ-साथ मंसूर के मारे जाने की भी पुख्ता खबर है।
अधिकारी ने कहा, “हमारे पास पुख्ता खबर है।”
अमेरिकी रक्षा विभाग ने 25 मई को मंसूर को एक वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था।
अमेरिका रक्षा विभाग ने 21 मई को बलूचिस्तान में एक ड्रोन हमले में अफगानिस्तान के तालिबानी नेता अख्तर मंसूर के मारे जाने के चार दिन बाद यह घोषणा की।
मंसूर ने ही 16 दिसम्बर, 2014 को पेशावर के ‘आर्मी पब्लिक स्कूल’ में हुए हमले की साजिश रची थी। इसमें 122 छात्र और 22 शिक्षक मारे गए।
मंसूर और सैफुल्ला का संबंध तारीख-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के तारीक गीदार संगठन से था।
खैबर जनजातीय क्षेत्र में सैन्य अभियान के बाद मंसूर अफगानिस्तान भाग गया और वह वहीं से सभी गतिविधियों का निरीक्षण करता था। वह पाकिस्तान वायुसेना के सैन्यअड्डे पर सितंबर 2015 में हुए हमले के लिए भी जिम्मेदार है। इस हमले में 29 लोगों की मौत हो गई।
बाचा खान यूनिवर्सिटी में जनवरी 2016 में हुए हमले के पीछे भी मंसूर का हाथ था। इस हमले में 18 छात्रों और फैकल्टी सदस्यों की मौत हुई थी।