नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) में दो नए सदस्यों की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से तीन वर्षो के लिए की गई है। नए सदस्य हैं- चंद्र कांता दास और प्रो. गंगमुमेई कामेई। दास 1975 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अवकाश प्राप्त वरिष्ठ अधिकारी हैं जबिक प्रो.कामेई जाने-माने शिक्षाविद, लेखक एवं सावर्जनिक कार्यकर्ता हैं। दोनों नए सदस्य एनईसी के शिलंग स्थित मुख्यालय में परिषद के गैर-सरकारी सदस्य के रूप में काम करेंगे।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डा. जितेंद्र ने बुधवार को पूर्वोत्तर परिषद(एनईसी) के अध्यक्ष के नाते परिषद के सदस्य के रूप में दो प्रख्यात व्यक्तियों की नियुक्ति की घोषणा की।
चंद्र कांता दास दिसंबर, 2008 में असम विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुए और उसके बाद 2011 तक असम के मुख्यमंत्री के सलाहकार रहे। इसके बाद उन्होंने सिविल सोसायटी के सक्रिय सदस्य के रूप में काम करना शुरू किया। प्रो. गंगमुमेई मणिपुर विश्वविद्यालय के इतिहास विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुए। उन्हें शिक्षाविद और पूर्वोत्तर क्षेत्र से जुड़े विषयों पर उत्कृष्ट शोधकर्ता माना जाता है।
बुधवार को नियुक्त दोनों सदस्य भारत सरकार के सचिव के बराबर वेतन और मंहगाई भत्ता प्राप्त करेंगे। दास और प्रो. गंगमुमेई अशोक के दत्ता तथा एम. पी. बेजबरुआ के इस्तीफों के बाद उनका स्थान लेंगे।
इस बीच, डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि शीघ्र ही एनईसी के नए सचिव के रूप में भारत सरकार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। परिषद के पूर्व सचिव अमीसिंग लुईखम को केंद्रीय सावर्जनिक उद्यम सचिव नियुक्त किए जाने के बाद से परिषद के सचिव का पद रिक्त है।