ओबामा ने टेलीविजन भाषण में कहा, “इस समझौते से एक सशक्त संकेत गया है कि पूरा विश्व भविष्य में कार्बन के कम उत्सर्जन के लिए प्रतिबद्ध है। इस समझौते से हमें पृथ्वी को बचाने का एक सुनहरा अवसर मिला है।”
ओबामा ने कहा कि यदि पेरिस में निर्धारित किए गए सभी शुरुआती लक्ष्य हासिल भी कर लिए जाएं तो भी कार्बन उत्सर्जन में कटौती के प्रयासों को जारी रखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हम बिना किसी चूक के कार्बन उत्सर्जन में कटौती की दिशा में काम करेंगे। पेरिस समझौता जलवायु संकट के समाधान के लिए विश्व के लिए आवश्यक स्थाई ढांचे का निर्माण करता है।”
फ्रांस के पेरिस में संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमट के तहत 21वीं कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी21) में जलवायु परिवर्तन पर ऐतिहासिक समझौते को 196 देशों ने अपनी स्वीकृति दे दी है।
इस समझौते के तहत धरती के बढ़ते तापमान को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में विकसित देश 2020 से 2025 तक विकासशील देशों को प्रतिवर्ष 100 अरब डॉलर की आर्थिक मदद देंगे।