मुंबई, 26 मार्च (आईएएनएस)। फिल्म और टीवी प्रोड्यूसर गिल्ड इंडिया के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने कहा कि भारतीय सिनेमा के 50 वर्ष के ऊपर के सितारों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय जरूरी है कि हम प्रतिभाशाली कालाकारों की एक नई पीढ़ी तैयार करें और उन्हें बढ़ावा दें।
मुकेश ने कहा कि फिल्म उद्योग भविष्य के लिए ‘संपत्ति’ (प्रतिभाशाली नए कालाकार) तैयार नहीं कर रहा है। फिक्की फ्रेम्स 2015 कॉनक्लेव में बुधवार को उन्होंने कहा, “मौजूदा समय में हमारे पास कई बड़े सितारे हैं। वे 50 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और रोमांटिक गाने गा रहे हैं। हमें नौजवान सितारों को आगे लाना होगा, उनकी प्रतिभा को निखारना होगा और उन्हें बढ़ावा देना होगा।”
उन्होंने कहा, “हमें भविष्य को अधिक संपन्न बनाने की आवश्यकता है, लेकिन हम ऐसा नहीं कर रहे हैं।”
वह हालांकि सितारा प्रणाली के खिलाफ नहीं हैं, खासकर वे सितारे जो बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में अव्वल हैं। लेकिन वह चाहते हैं कि फिल्म उद्योग में नए चेहरे भी आने चाहिए।
मुकेश भट्ट ने कहा, “हमारे पास सितारे हैं और यह बहुत अच्छी बात है। वे हमें 200 करोड़, 300 करोड़ और उससे अधिक धन देते हैं, लेकिन हमें एक दूसरी लाइन की भी आवश्यकता है। कलाकारों की नई नस्ल आनी चाहिए।”