इस्लामाबाद, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) नसीर खान जांजुआ ने मंगलवार को कहा कि भारत का बढ़ता सैन्य खर्च और हथियारों की खरीद पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे क्षेत्रीय शांति के प्रयासों के लिए खतरा है।
डॉन ऑनलाइन की रपट के अनुसार, ‘वैश्विक शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की भूमिका’ विषय पर यहां आयोजित एक गोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन उसके शांति प्रयास ‘सैन्य और सामरिक हथियार हासिल करने की भारत की इच्छा’ से बाधित हो जाते हैं।”
उन्होंने यहां कहा कि दोनों पड़ोसी देश परमाणु हथियारों से लैस हैं और दोनों ही अपनी जमीन आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं, ऐसे में दोनों देश दुश्मनी के माहौल में नहीं रह सकते।
उन्होंने कहा, “पश्चिमी देश भारत के साथ चीन विरोधी नीतियों के कारण बेहतर रिश्ते चाहते हैं। लेकिन एक शांतिपूर्ण क्षेत्र और दुनिया चीन के हित में है और चीन का इनमें से किसी देश के प्रति दुर्भावना नहीं है।”
पाकिस्तानी टीवी चैनल एआरवाई की रपट के अनुसार, जांजुआ ने कहा कि मुसीबत और दुख झेलने के बावजूद पाकिस्तान शांति का झंडाबड़दार रहा है। उन्होंने कहा, “आज दुनिया में कोई व्यक्ति सुरक्षित नहीं है।”
वाशिंगटन में परमाणु शिखर सम्मेलन की समाप्ति के एक दिन बाद यह बयान जांजुआ ने दिया। परमाणु सम्मेलन का आयोजन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किया था।
आंकड़ों से पता चलता है कि पाकिस्तान का रक्षा बजट साल 2015 के दौरान 9.5 अरब डॉलर था जो पिछले साल के 8.7 अरब डॉलर अधिक था।
भारत का रक्षा बजट 2015 में 51.3 अरब डॉलर था जो पिछले साल से 0.4 फीसदी अधिक था।