चेन्नई, 11 नवंबर (आईएएनएस)। दो भारतीय संचार उपग्रह जीसैट-17 व जीसैट-18 को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी एरियनस्पेस के एरियन 5 रॉकेट से प्रक्षेपित किया जाएगा। एजेंसी ने यह जानकारी दी।
एक बयान में एरियनस्पेस ने कहा कि साल 2016 व 2017 में फ्रेंच गुआना से एरियन 5 रॉकेट से प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने जीसैट-17 व जीसैट-18 दूरसंचार उपग्रहों का चयन किया है।
फ्रेंच गुआना के स्पेसपोर्ट से भारतीय संचार उपग्रह जीसैट-15 के मंगलवार को सफल प्रक्षेपण के बाद एरियनस्पेस ने कहा, “योजना के मुताबिक 3,400 किलोग्राम वजनी प्रत्येक उपग्रह वर्तमान में रिले प्लेटफॉर्म की जगह लेगा, जो मल्टिपल फ्रीक्वेंसी बैंड्स में देश को महत्पूर्ण सेवाएं प्रदान करता है।”
जीसैट-15 के अपने केयू-बैंड ट्रांसपोंडर के साथ पुराने उपग्रह के ट्रांसपोंडरों की जगह लेने की संभावना है, हालांकि इसरो ने अपने और लीज पर लिए गए उपग्रह ट्रांसपोंडरों की कुल संख्या पर चुप्पी साध रखी है।
चूंकि भारत अपने दूरसंचार उपग्रहों को अपने रॉकेट भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान के माध्यम से प्रक्षेपित कर रहा है। इसके पास तीन टन से ज्यादा वजनी उपग्रहों को प्रक्षेपित करने का रॉकेट नहीं है।
एरियनस्पेस के मुताबिक, इसकी अगली लॉन्चिंग इस साल की 11वीं लॉन्चिंग है, जिसके तहत वेगा फ्लाइट वीवी03 का प्रक्षेपण दो दिसंबर को किया जाएगा, जो एलआईएसए पाथफाइंडर को मिशन के लिए ले जाएगा, जो अल्बर्ट आइंस्टाइन की जेनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी से संबंधित जांच करेगा।