सियोल, 19 मई (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया की दो दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन मंगलवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां की कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया और कहा कि वे भारत को आर्थिक सफलता हासिल करने में मदद दें।
भारत-दक्षिण कोरिया की कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) की बैठक के संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “भारत वह सब हासिल करना चाहता है, जो दक्षिण कोरिया पहले ही हासिल कर चुका है। इसलिए मैं यहां इतने बड़े कारोबारी प्रतिनिधिमंडल के साथ मौजूद हूं।”
उन्होंने कहा, “अच्छी खबर यह है कि जनवरी 2010 में दक्षिण कोरिया-भारत सीईपीए (व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता या मुक्त व्यापार समझौता) पर हस्ताक्षर होने के बाद भारत-कोरिया का द्विपक्षीय कारोबार बढ़ा है।”
दक्षिण कोरिया की हजारों कंपनियां भारत में पहले से ही कारोबार कर रही हैं और राजस्थान में कोरिया के निवेश में अच्छी वृद्धि हो रही है।
उन्होंने कहा, “सूचना प्रौद्योगिकी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहन और इस्पात सहित कई क्षेत्रों में दक्षिण कोरिया ने विश्व को अनुकरणीय उत्पाद दिए हैं।”
मोदी ने कहा, “आपकी इस्पात निर्माण की क्षमता और हमारे लौह अयस्क के संसाधनों को साथ लाया जा सकता है। आपकी जहाज निर्माण क्षमता और बंदरगाह निर्माण के हमारे एजेंडे से विकास को बढ़ाया जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा और आवास ऐसे अन्य क्षेत्र हैं, जहां दोनों देश व्यापक स्तर पर काम कर सकते हैं।