नई दिल्ली, 29 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ग्लोबल वार्मिग पर नजर रखने के लिए ऊर्जा संरक्षण और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के साथ-साथ सौर लालटेन के उपयोग की जरूरत पर जोर दिया।
मोदी का यह बयान पेरिस में 30 नवंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन 2015 से पूर्व आया है।
मोदी ने रेडियो पर अपने 14वें मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, “दुनिया जलवायु परिवर्तन को लेकर चिंतित है। पृथ्वी का तापमान और नहीं बढ़ना चाहिए और यह सबकी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने कहा, “पृथ्वी का तापमान आगे न बढ़े यह सुनिश्चित करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका ऊर्जा का संरक्षण है।”
मोदी ने कहा, “14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस है। सरकार बहुत सारी योजनाएं लागू कर रही है। सरकार एलईडी बल्ब पर एक स्कीम भी पेश कर रही है।”
उन्होंने कहा, “मैंने एक बार कहा था कि पूर्णिमा के दिनों में स्ट्रीट लाइट बंद कर देनी चाहिए और प्रत्येक को चांद की रोशनी का आनंद उठाना चाहिए।”
मोदी ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए कानपुर की नूरजहां का उदाहरण दिया।
उन्होंने बताया, “नूरजहां ने एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया है। हर माह मात्र 100 रुपये लेकर अपने मोहल्ले के करीब 500 घरों को सौर ऊर्जा से चलने वाली लालटेन उपलब्ध कराती हैं। वह उन लालटेन को सौर ऊर्जा की मदद से रिचार्ज करती हैं। इसमें प्रतिदिन महज तीन-चार रुपये का खर्च आता है।”
मोदी ने कहा, “यह जलवायु परिवर्तन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए एक प्रेरणा है।”
उन्होंने कहा, “मेरे ख्याल से नूरजहां अपने मोहल्ले के हजारों घरों को रोशन कर रही हैं और दुनिया को इस संकल्पना से अवगत करा रही हैं।”