जयपुर, 25 मार्च (आईएएनएस)। राजस्थान के सोडा गांव में अब कोई भी प्यासा नहीं रहेगा, क्योंकि एक कंपनी और एक एनजीओ की साझेदारी में एक जलाशय को पुनर्जीवित कर दिया गया है।
टोंक जिले के सोडा गांव की ग्राम प्रधान छवि राजावत ने राजधानी जयपुर से 60 किलोमीटर से अधिक दूर स्थित अपने गांव में जल समस्या का समाधान करने के लिए एक सहयोगपूर्ण, बहु भागीदारी रुख अपनाया।
छवि की गंभीरता ने सोडा पंचायत और हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड और एक एनजीओ वर्ल्ड विजन इंडिया को जल समस्या का समाधान मिलकर करने के लिए एकसाथ लाया।
गांव ने पास के ‘शिवरा ताल’ को पुनर्जीवित कर दिया है। यही ताल सोडा और पास के गांवों की जीवन रेखा मानी जाती थी।
‘शिवरा ताल’ को विश्व जल दिवस से एक दिन बाद सोमवार को समुदाय को समर्पित कर दिया गया।
छवि ने आईएएनएस से कहा, “इस जलाशय के पुनर्जीवित होने से हमें उम्मीद है कि सोडा और उसके पड़ोसी गांव के 950 परिवारों को अगले 18 माह तक पानी की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी भले ही अगले एक वर्ष तक अल्प वर्षा हो।”
छवि ने शीर्ष भारतीय संस्थानों से पढ़ाई पूरी की है और उनके पास व्यापार प्रबंधन की उपाधि है। लेकिन एक कॉरपोरेट करियर चुनने के बजाय उन्होंने राजस्थान में ग्राम परिषद का प्रमुख पद पसंद किया।
छवि ने कहा, “मेरी अभिलाषा मेरे गांव को बचाना था और जलाशय का पुनर्जीवन इसका एक हिस्सा है। मैं अपने लोगों के लिए और ज्यादा करना चाहती हूं।”
हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड में सहायक वाइस प्रेसिडेंट, पब्लिक अफेयर्स एंड कम्युनिकेशन, कल्याण राजन ने एक बयान में कहा है, “हम मूल्यवान प्राकृतिक संसाधन की महत्ता को समझते हैं। सोडा पंचायत द्वारा इस शिवरा ताल को पुनर्जीवित करने के प्रयास में हिस्सा बनकर हम प्रफुल्लित हैं। इस परियोजना को लागू करने में वर्ल्ड विजन इंडिया मूल्यवान साझेदार था।”