नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना में जल्द ही महिलाओं को लड़ाकू पायलटों के रूप में नियुक्त किया जाएगा। एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने गुरुवार को यह बात कही।
वायु सेना के 83वें स्थापना दिवस परेड समारोह में राहा ने कहा, “हमारे देश में महिलाएं परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर उड़ा रही हैं। लेकिन अब हम युवा महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्हें लड़ाकू विमान उड़ाने देने की योजना बना रहे हैं।”
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि इस प्रक्रिया को शुरू करने में कम से कम एक साल और किसी महिला को लड़ाकू विमान की उड़ान शुरू करने में लगभग तीन साल का वक्त लगेगा।
राहा ने कहा, “तीन सेवाओं में वायु सेना के पास सबसे अधिक संख्या में महिलाएं हैं। हमारे पास 1,300 से अधिक महिला अधिकारी हैं। वायु सेना का माहौल अलग होता है। हम बेस से उड़ान भरते हैं, इसलिए लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए महिलाओं के पास अच्छा मौका हो सकता है।”
उन्होंने कहा, “यह प्रगतिशील कदम है। हम प्रगति करना चाहते हैं। कई देशों की वायु सेना में महिलाएं लड़ाकू विमानें उड़ाती हैं।”
उन्होंने हालांकि कहा, “महिला पायलटों को शारीरिक फिटनेस के मामले में परेशानी आ सकती है, लेकिन इसे दूर किया जा सकता है।”
दिलचस्प बात यह है कि 12 मई 2014 को राहा ने कहा था कि महिलाएं लड़ाकू विमान उड़ाने के काबिल नहीं हैं।
उन्होंने कानपुर में संवाददाताओं से कहा, “जहां तक लड़ाकू विमान उड़ाने की बात है, यह बेहद चुनौतीपूर्ण काम है। महिलाएं अधिक समय तक लड़ाकू विमान उड़ाने में प्राकृतिक रूप से सक्षम नहीं हैं, खासकर तब जब वे गर्भवती हों या स्वास्थ्य संबंधी कोई अन्य समस्या हो।”
इस साल की शुरुआत में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी महिलाओं द्वारा लड़ाकू विमान उड़ाने की बात को नकार दिया था।
राहा ने कहा, “हम चाहते हैं कि यह काम जल्द से जल्द हो। हम रक्षा मंत्रालय से बात कर रहे हैं और वर्तमान में मामला मंत्रालय के पास है। मैं आश्वस्त हूं कि इसे मंजूरी मिल जाएगी।”
भारत में किसी महिला को लड़ाकू विमान उड़ाने की भूमिका नहीं सौंपी गई है। पड़ोसी पाकिस्तान में पहले से ही कम से कम पांच महिला पायलट हैं, जो लड़ाकू विमान उड़ाती हैं।
वायु सेना प्रमुख ने कहा, “लड़ाकू विमान उड़ाने वाली महिला पायलटों को सीमा पार लड़ाई में भेजने की जरूरत नहीं है। देश के अंदर ही कई तरह के काम हैं। यदि जरूरत पड़ेगी तो भेजा जाएगा।”
वायु सेना स्थापना दिवस परेड समारोह का आयोजन हिंडन स्थित वायु सेना के अड्डे पर किया गया था।
अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय वायु सेना में लगभग 300 महिला पायलट हैं।