चेन्नई, 12 जून (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना और तट रक्षक विभिन्न राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी बंगाल की खाड़ी में भारतीय तट रक्षा से जुड़े डोर्नियर विमान की तलाश कर रहे हैं। यह विमान सोमवार शाम लापता हो गया था।
चेन्नई, 12 जून (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना और तट रक्षक विभिन्न राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी बंगाल की खाड़ी में भारतीय तट रक्षा से जुड़े डोर्नियर विमान की तलाश कर रहे हैं। यह विमान सोमवार शाम लापता हो गया था।
एक अधिकारी ने यहां बताया कि खोजी टीम को लापता विमान के बारे में अबतक कोई सुराग नहीं मिला है।
भारतीय तटरक्षक के एक अधिकारी ने बताया, “जो स्थिति गुरुवार को थी, अब भी वही है। खोजी अभियान जारी है।”
एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को कहा गया है कि आईएनएस संधायक गुरुवार रात इलाके में पहुंचा और इसने लापता विमान की तलाश शुरू कर दी।
पोत ने समुद्र के अंदर तलाश करने वाली मशीन का इस्तेमाल करना शुरू किया, जो कि विमान के सोनार लोकेटर बेकॉन के किसी भी ट्रांसमिशन का पता लगाने की कोशिश करेगा।
तमिलनाडु के तटीय सुरक्षा समूह के जरिए पारामोटर्स ने कुडालोर से 30 किलोमीटर दक्षिण से लगे तटीय इलाके में हवाई सर्वेक्षण किया है, जहां से समुद्र मार्ग के जरिए नहीं पहुंचा जा सकता।
भारतीय नौसेना का आईएनएस सिंधुध्वज भी शनिवार शाम इस अभियान से जुड़ेगा।
नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी से भी विमान का पता लगाने के लिए सैटेलाइट से मिली तस्वीर के विश्लेषण में मदद करने को कहा गया है।
इससे पहले करैकल इलाके में समुद्र तल पर तेल दिखने पर उम्मीद की किरण दिखी, लेकिन उम्मीद उस वक्त टूट गई, जब जांच में इसके विमान का तेल न होने की पुष्टि हुई।
तटीय सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि उच्च विशेषज्ञता वाले तट रक्षक/नौसेना के जहाज और तटीय सुरक्षा समूह की कई गश्ती नौकाएं खोजी अभियान में लगे हुए हैं।
लापता विमान का पता लगाने के लिए हवाई निरीक्षण भी कराया जा रहा है।
हैदराबाद स्थित इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओसन इनफॉर्मेशन सर्विसिस को भी एसएआर मॉडल के जरिए लापता विमान का पता लगाने और अत्यधिक संभावित इलाके को चिन्ह्ति करने को कहा गया है।
थंजावुर के मेसर्स ओमकार फाउंडेशन की एक टीम समुद्र के अंदर की तस्वीर निकालने के लिए आईसीजीएस सारंग पर सवार हुई है।
डोर्नियर में पायल उप कमांडेंट विद्यासागर, सह-पायलट और उप कमांडेंट सुभाष सुरेश और संचालक/पर्यवेक्षक एम.के.सोनी सवार थे। सभी की उम्र 30-40 साल के बीच थी।
विमान तमिलनाडु तट और पाक की खाड़ी के सर्वेक्षण पर निकला था।
यह चेन्नई हवाईअड्डे से सोमवार शाम छह बजे सर्वेक्षण के लिए रवाना हुआ था।
मंगलवार को जारी हुए एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, विमान से आखिरी बार संपर्क सोमवार रात नौ बजे हुआ था।
त्रिची राडार के मुताबिक, विमान को आखिरी बार पुडुचेरी के करैकल में रात 9.23 बजे देखा गया था।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, “विमान को 2014 में तटरक्षक के बेड़े में शामिल किया गया था और वह अत्यधिक अनुभवी पायलटों द्वारा उड़ाया जा रहा था।”