वाराणसी-सोलर एनर्जी से चलने वाला विश्व का पहला विमान -सोलर इंपल्स-2- (एसआई-2) बुधवार की रात आठ बजकर 35 मिनट पर धार्मिक नगरी वाराणसी पहुंचा। एसआई-2 ने वाराणसी के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शस्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की।
इससे पहले सौर ऊर्जा से उड़ने वाले विमान “सोलर इम्पल्स-2” की विश्व भ्रमण उड़ान का तीसरा चरण बुधवार की सुबह भारतीय शहर अहमदाबाद से शुरू हुआ। यह विश्व भ्रमण उड़ान कुल 12 चरणों में सम्पन्न की जाएगी।
सोलर इम्पल्स के वाराणसी में स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर स्विस राजदूत लीनस वॉन कासलमर व सोलर इम्पल्स के एमडी कम्युनिकेशन ग्रेगरी ब्लैट ने इम्पल्स-2 की अगवानी की। इनके साथ कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसएसपी, एयरपोर्ट निदेशक और सीआईएसएफ कमांडेंट भी मौजूद थे।
वाराणसी के बाद यह विमान मांडले (म्याँमार), चूंगचींग और नानजिंग (चीन) के लिए उड़ान भरेगा। इसके बाद “सोलर इम्पल्स-2” प्रशांत महासागर को पार करते समय हवाई द्वीप, फीनिक्स और न्यूयार्क में उतरेगा। वहाँ से यह विमान अटलांटिक महासागर पार करके दक्षिणी यूरोप या उत्तरी अफ्रीका में पहुँचेगा और अबू-धाबी में अपने इस विश्व भ्रमण की समाप्ति करेगा। यह विश्व भ्रमण उड़ान पाँच महीनों में पूरी की जाएगी।
इस विमान का निर्माण एक फ्रांसीसी कंपनी ने किया है। पिछले साल के अप्रैल महीने में सोलर इम्पल्स -2 को लौंच किया गया था और जून में उसका सफल परीक्षण किया गया था। विमान के पंखों की लंबाई 72 मीटर और वजन 2,3 टन है। विमान के एकल पंख पर 17200 सौर पैनल लगे हुए हैं जो इंजनों के लिये बिजली ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। विमान की अधिकतम गति — 140 किलोमीटर प्रति घंटे है।