Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the js_composer domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
 विश्व का एकमात्र शिवलिंग जो हर साल बढ़ता है (श्रावणी सोमवार विशेष) | dharmpath.com

Wednesday , 18 June 2025

Home » धर्मंपथ » विश्व का एकमात्र शिवलिंग जो हर साल बढ़ता है (श्रावणी सोमवार विशेष)

विश्व का एकमात्र शिवलिंग जो हर साल बढ़ता है (श्रावणी सोमवार विशेष)

रायपुर, 24 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी से महज 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गरियाबंद जिला। जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम मरौदा के जंगलों में प्राकृतिक शिवलिंग ‘भूतेश्वर महादेव’ स्थित है। पूरे विश्व में इसकी ख्याति हर वर्ष बढ़ने वाली इसकी ऊंचाई के कारण है।

रायपुर, 24 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी से महज 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गरियाबंद जिला। जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम मरौदा के जंगलों में प्राकृतिक शिवलिंग ‘भूतेश्वर महादेव’ स्थित है। पूरे विश्व में इसकी ख्याति हर वर्ष बढ़ने वाली इसकी ऊंचाई के कारण है।

हर साल राजस्व विभाग इसकी ऊंचाई मापता है। अर्धनारीश्वर इस शिवलिंग को ‘भकुर्रा महादेव’ भी कहा जाता है। भूतेश्वर महादेव की ऊंचाई का विवरण 1959 में प्रकाशित पत्रिका ‘कल्याण’ के तीर्थाक में पृष्ठ संख्या 408 पर है। उसमें इसकी ऊंचाई 35 फीट और व्यास 150 फीट उल्लिखित है। इसमें इसे विश्व का एक अनोखा महान एवं विशाल शिवलिंग बताया गया है।

वहीं 1978 में इसकी ऊंचाई 40 फीट बताई गई। 1987 में 55 फीट और 1994 में फिर से थेडोलाइट मशीन से नापने पर 62 फीट और उसका व्यास 290 फीट मिला। वहीं वर्तमान में इस शिवलिंग की ऊंचाई 80 फीट के आसपास बताई जा रही है।

भूतेश्वर महादेव के स्थानीय पंडितों और मंदिर समिति के सदस्यों का कहना है कि हर साल महाशिवरात्रि के दिन इसकी ऊंचाई और मोटाई मापी जाती है। सदस्यों का कहना है कि हर साल यह शिवलिंग एक इंच से पौन इंच तक बढ़ जाती है।

भकुर्रा महादेव के संबंध में कहा जाता है कि कभी यहां हाथी पर बैठकर जमींदार अभिषेक किया करते थे। भूतेश्वर महादेव के सदस्य केशव सोम का कहना है कि हर वर्ष सावन मास में दूर-दराज से कांवड़िये भूतेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना करने आते हैं। उन्होंने बताया कि हर साल महाशिवरात्रि पर भूतेश्वर महादेव की ऊंचाई नापी जाती है।

वहीं 25 साल से भूतेश्वर महादेव संचालन समिति से जुड़े मनोहर लाल ने बताया कि भूतेश्वर महादेव को भकुर्रा महादेव भी कहते हैं। यह संभवत: विश्व का पहला ऐसा शिवलिंग है, जिसकी ऊंचाई हर साल बढ़ती है। 17 गांवों की समिति मिलकर यहां सेवा कार्यो का संचालन करती है।

भूतेश्वर महादेव सेवा समिति के सदस्य महेश सिन्हा ने बताया कि पहले भूतेश्वर महादेव को तिलक लगाने के लिए सीढ़ी पर मात्र चार-पांच पायदान चढ़ना पड़ता था, लेकिन इस समय इसमें 18-20 पायदान तक चढ़ना पड़ता है।

छत्तीसगढ़ के इतिहास के जानकार डॉ. दीपक शर्मा की मानें तो शिवलिंग पर कभी छूरा क्षेत्र के जमींदार हाथी पर चढ़कर अभिषेक किया करते थे। शिवलिंग पर एक हल्की सी दरार भी है, जिसे कई लोग इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप भी मानते हैं। मंदिर परिसर में छोटे-छोटे अन्य मंदिर भी बना दिए गए हैं।

गरियाबंद निवासी पंडित खड़ानंद दुबे ने बताया कि भूतेश्वर महादेव की लंबाई हर साल बढ़ जाती है। हर साल सावन के सोमवार पर यहां बड़ी संख्या में कांवड़िए पहुंचते हैं। महाशिवरात्रि पर भी यहां मेला लगता है। सावन के पहले सोमवार पर यहां काफी संख्या में कांवड़िए जुटेंगे।

विश्व का एकमात्र शिवलिंग जो हर साल बढ़ता है (श्रावणी सोमवार विशेष) Reviewed by on . रायपुर, 24 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी से महज 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गरियाबंद जिला। जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम रायपुर, 24 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ की राजधानी से महज 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गरियाबंद जिला। जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम Rating:
scroll to top