दुबई, 6 फरवरी (आईएएनएस)। अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की भ्रष्टाचार निरोधी एवं सुरक्षा इकाई (एसीएसयू) के अध्यक्ष रोनी फ्लानागन ने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर पर लगे प्रतिबंध को समय से पहले खत्म कर उन्हें घरेलू क्रिकेट में खेलने की इजाजत देने सम्बंधी अपने फैसला का बचाव किया है।
साथ ही रोनी ने उम्मीद जताई है कि इससे दूसरे खिलाड़ियों को भी सीख मिलेगी जो प्रलोभन के कारण अक्सर मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे घृणित कार्यो की ओर आकर्षित होते हैं।
रोनी ने कहा कि उनके फैसले का यह मतलब बिल्कुल नहीं निकाला जाना चाहिए कि इसका फायदा भ्रष्टाचार के कारण प्रतिबंधित कुछ और खिलाड़ियों को भी मिल सकता है।
आमिर पर लगे पांच साल के प्रतिबंध की समयसीमा इसी साल दो सितंबर को खत्म हो रही है। रोनी ने हालांकि आमिर की अपील और जांच में दिखाए गए सहयोग के कारण उन्हें घरेलू क्रिकेट में खेलने की इजाजत दे दी।
रोनी ने कहा, “मैंने आमिर से कई मौकों पर बात की। उन्होंने अपनी गलती पूरी तरह से मान ली है और इस संबंध में वह जो कुछ जानते थे, उसे हमारे साथ साझा किया। उन्होंने हमारे साथ काफी सहयोगात्मक रवैया अपनाया। इसलिए बतौर अध्यक्ष मैंने अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए आमिर के प्रतिबंध को घटाने का फैसला किया।”
उल्लेखनीय है कि 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए आमिर स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे। उन पर पांच साल का प्रतिबंध लगा था जबकि कप्तान सलमान बट्ट और तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था।