नई दिल्ली, 3 दिसम्बर (आईएएनएस)। राज्यसभा में गुरुवार को एक बार फिर कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा के उस दावे पर सत्तापक्ष और विपक्ष में ठन गई, जिसमें उन्होंने गुजरात के एक मंदिर में जातीय आधार पर अपने साथ भेदभाव की बात कही है।
इस मुद्दे पर सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित हुई।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इस मुद्दे पर हंगामा शुरू हो गया। सभापति ने हालांकि सदन में शांति बहाल करने की कोशिश की, लेकिन सदस्यों ने इसे अनसुना कर दिया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न् 11.44 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले बुधवार को भी सैलजा के इस दावे पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तनातनी हो गई थी, जिसके कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
राज्यसभा में सदन के नेता अरुण जेटली ने बुधवार को संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था कि सैलजा के दावे मंदिर की आगंतुक पुस्तिका में लिखी उनकी ही बातों से मेल नहीं खाते, जिसमें उन्होंने मंदिर की प्रशंसा की है।
इस पर सैलजा ने कहा कि उन्होंने अपनी टिप्पणी में स्पष्ट कर दिया है कि मुख्य द्वारका मंदिर में ऐसा नहीं था। वहां पुजारी बहुत अच्छे थे।