पिछले दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से लाहौर मिलने आए थे, जिसके बाद दोनों देशों के बीच शांति वार्ता में मानो नई जान आ गई थी। इस मुलाकात के चंद दिनों बाद ही यह हमला हो गया।
भारत की मीडिया रिपोर्टों में ऐसा कहा गया है कि भारत सरकार पठानकोट हवाईअड्डे पर हुए इस आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता को रद्द या लंबित करने पर विचार कर रही है। यह वार्ता जनवरी के दूसरे सप्ताह में होनी है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया, “पाकिस्तान आतंकवाद से प्रभावशाली तरीके से लड़ने और उसे उखाड़ फेंकने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहकर भारत सरकार के संपर्क में है और उसकी ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी पर काम कर रहा है।”
कहा गया, “समान क्षेत्र में रहने और एक साझा इतिहास होने की वजह से दोनों देशों को वार्ता की प्रक्रिया को बरकरार रखने के प्रति समर्पित होना चाहिए। आतंकवाद की चुनौती एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण के हमारे संकल्प को दृढ़ करने का आह्वान करती है।”
बयान में कहा गया कि पठानकोट में हुआ आतंकवादी हमला दुर्भाग्यपूर्ण है और पाकिस्तान ने इसकी निंदा की है।