मुंबई। महाराष्ट्र के संगठन और सरकार में फेरबदल की कोशिश कर रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार राज्य के गृहमंत्री आरआर पाटिल को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं।
विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव को भी देखते हुए शरद पवार महाराष्ट्र में संगठन को और मजबूत करना चाहते हैं। इसलिए उन्हें एक ऐसे प्रदेश अध्यक्ष की जरूरत महसूस हो रही है, जिसकी ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी पकड़ भी हो और उसकी छवि भी साफ-सुथरी हो।
गृहमंत्री आरआर पाटिल इस पैमाने पर खरे उतरते हैं। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में उन्हें काफी पसंद किया जाता है। लंबे समय से गृह मंत्रालय का प्रभारी होने के कारण पूरे राज्य पर उनकी पकड़ भी मजबूत है। संगठन को मजबूत करने के लिए पवार के निर्देश पर नए गृहमंत्री का भी उन्हें पूरा समर्थन मिलने की उम्मीद है। वह पहले भी प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
गौरतलब है कि शरद पवार विपक्षी दलों शिवसेना-भाजपा के अलावा राज्य व केंद्र में अपनी वरिष्ठ सहयोगी कांग्रेस को भी अपना प्रतिद्वंद्वी मान कर चल रहे हैं। 14 साल पहले कांग्रेस से ही अलग होकर उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन किया था। लेकिन महाराष्ट्र में मराठों व कांग्रेस के बड़े नेता होने के बावजूद अब तक वह अपनी पार्टी के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल नहीं कर पाए हैं। इसलिए इस बार वह ऐसी रणनीति बनाकर चलना चाहते हैं कि राज्य विधानसभा में उनकी पार्टी सर्वाधिक सीटें जीत कर आए।
स्थानीय निकायों में राकांपा पहले से ही कांग्रेस पर भारी है। इस आधार पर ही वह इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से अधिक सीटों की मांग करेंगे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बराबर या उससे अधिक सीटें जीतकर ही वह विधानसभा के लिए अधिक सीटों पर दावा कर सकेंगे। उनकी इस रणनीति को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक कारगर प्रदेश अध्यक्ष व उसकी मजबूत टीम की जरूरत है। ऐसी टीम तैयार करने के लिए पवार आरआर पाटिल के नेतृत्व में कुछ और तेजतर्रार नेताओं को शामिल कर सकते हैं।