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नरेंद्र मोदी के प्रति जनता का विश्वास लाया सत्ता में – अविश्वास ने हराया बिहार

November 8, 2015 7:42 pm by: Category: सम्पादकीय Comments Off on नरेंद्र मोदी के प्रति जनता का विश्वास लाया सत्ता में – अविश्वास ने हराया बिहार A+ / A-

भारत में सत्ता प्राप्ति के लिए वर्षों से भाजपा संघर्ष कर रही थी लेकिन उसे कोई ऐसा विश्वासी व्यक्तित्व नहीं मिल रहा था जिस पर वह पूर्ण भरोसा कर सके.कांग्रेस के प्रति उपजे आक्रोश के समय निर्वात को भरने का काम नरेन्द्र मोदी के प्रति विशवास के रूप में सामने आया और वह परिणित हुआ भाजपा को पूर्ण बहुमत से सत्ता में स्थापित करके.

images (5)लेकिन पद पर बैठते ही मोदी जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी भूल कर कुछ मददगार व्यापारियों के साथ बोईंग विमान में उड़ने लगे.मोदी को जो आम जन की परेशानियों की चिंता प्रथम करनी थी उसकी जगह वे विश्व में भारत का चेहरा मेकअप कर चमकाने लगे.उनके साथी व्यापारी समूहों का मुनाफा तिमाही में ही हजारों करोड़ में होने लगा.विकास का दम भरने वाले मोदी यह भूल गए की जब घर के राशन-पानी की व्यवस्था उचित प्रकार से हो जाती है तब मकान बनाने की सोची जाती है.लेकिन मोदी महल बना कर भूखे-नंगों को उसमें रख विदेशियों को दिखाने के सब्ज-बाग़ दिखाने लगे.

भ्रष्टाचार के विरुद्ध बात करने वाले प्रधानमन्त्री के मंत्रिमंडल पर आरोप लगे जिसके प्रमाण भी प्रस्तुत हुए लेकिन मोदी उन्हें बचाने में लग गए.भाजपा शासित राज्यों से पीड़ित जनता की आवाज मोदी तक विश्वास के साथ पहुंची लेकिन पीड़ित जनता को न्याय दिलाने की जगह मोदी में अपनी पार्टी के नेताओं को बचाना उचित समझा.मप्र,राजस्थान,छत्तीसगढ़ से घोटालों के पुलिंदे उछलते रहे और सत्ता के स्याह गलियारों में चीखें दफ़न होती रहीं.

छत्तीसगढ़ में महिलाओं की मौत,मंत्री की पत्नी का नक़ल में पकड़ा जाना,नान घोटाला,कुशासन मप्र में व्यापम और उनमें लील ली गयी जानें,खनन घोटाले और इतनी लम्बी फेहरिस्त हैं की यहाँ बयान करना मुश्किल है.राजस्थान की मुख्यमंत्री का भ्रष्टाचार,अधिकारीयों की दादागिरी जनता के खून को चूस-चूस कर भाजपा को मोटी करती रही लेकिन न्याय का देवता समझने वाली जनता के देवता के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी.यहीं से भारत की जनता नरेंद्र दामोदर मोदी के प्रति अविश्वास प्रगट करने लगी इसकी परिणिति बिहार चुनाव में सामने आई.

पत्रकारों पर बंदिश डालने के उपाय राज्यों की सरकारें कर ही रहीं थीं मोदी उनसे कई कदम आगे निकल गए.बुद्धिजीवी लेखक अपने को घुटन में जीना महसूस करने लगे,जनता को यह स्पष्ट हो गया की मोदी के प्रति न्याय का विश्वास उन्हें ठगने का एक अस्त्र था ना की मोदी का इरादा.सूट-बूट,सुरक्षा का घेरा और आम जन के कल्याण से दूर होते मोदी को यह जनता का सबक है.

अभी मोदी प्रधानमन्त्री हैं उनके कार्यकाल में समय है अभी वे निंदकों की बातें सुन कर राष्ट्रहित में उचित कदम उठा सकते हैं लेकिन उसके लिए सच्चाई की जरूरत है एक ऐसे आत्मबल की जरूरत है जो प्रधानमन्त्री के दिल में जाग सके.लेकिन अभी तक की कार्यविधि को देखते हुए यह सब दूर की कौड़ी नजर आता है.जिन गरीब-गुरबा आम लोगों ने भाजपा के मजबूत दिखने वाले हवाई किले के परखच्चे उड़ा दिए उनके लिए कार्य ना कर भामाशाहों की चिंता करने वाले प्रधानमन्त्री को सूट-बूट छोड़ कर पायजामा-कुरता धारण करना होगा और जनता के लिए कार्य करना होगा.वर्ना परिणाम सामने है.

अनिल कुमार सिंह

धर्मपथ से

नरेंद्र मोदी के प्रति जनता का विश्वास लाया सत्ता में – अविश्वास ने हराया बिहार Reviewed by on . [box type="info"]भारत में सत्ता प्राप्ति के लिए वर्षों से भाजपा संघर्ष कर रही थी लेकिन उसे कोई ऐसा विश्वासी व्यक्तित्व नहीं मिल रहा था जिस पर वह पूर्ण भरोसा कर [box type="info"]भारत में सत्ता प्राप्ति के लिए वर्षों से भाजपा संघर्ष कर रही थी लेकिन उसे कोई ऐसा विश्वासी व्यक्तित्व नहीं मिल रहा था जिस पर वह पूर्ण भरोसा कर Rating: 0
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