मुंबई, 18 जून (आईएएनएस)। रिलायंस समूह ने शनिवार को कहा है कि कंपनी तथाकथित ‘एस्सार टेप्स’ पर आ रही खबरों को लेकर स्तब्ध है, जिसमें उनके समूह के कुछ लोगों की ‘पूरी तरह अवैध और आपराधिक’ फोन टैपिंग कराए जाने की बात कही गई है। कंपनी ने साथ ही इस मामले की एक गहन आधिकारिक जांच की मांग भी की है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “हमें संदेह है कि मीडिया में जिस कथित बातचीत का जिक्र है, उसे निश्चित तौर पर कथित अवैध फोन टैपिंग अभियानों में संलिप्त लोगों के घृणित हितों को साधने के लिए तोड़ा-मरोड़ा गया है, उसके साथ छेड़छाड़ की गई है।”
प्रवक्ता ने कहा कि यह फोन टैपिंग रिलायंस समूह के पुनर्गठन से पहले 10-15 साल पूर्व की गई थी।
प्रवक्ता ने कहा, “हमने हमेशा अपने सभी व्यापारिक क्रिया-कलापों में देश के कानूनों का पालन किया है और इससे उलट बात कहना आपराधिक मानहानि है।”
बयान में कहा गया है, “हम प्रशासन से उम्मीद करते हैं कि बेहद गैर जिम्मेदार और आपराधिक मानसिकता वालों द्वारा कराई गई अवैध फोन टैपिंग के इस मामले की गहन जांच कराई जाएगी और जल्द से जल्द इनके दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।”
कंपनी की ओर से यह बयान एक वकील द्वारा यह आरोप लगाने की खबरों के बाद आया है कि एक शीर्ष कंपनी ने 2001 और 2006 के बीच पूर्व और वर्तमान में सेवारत मंत्रियों, कॉरपोरेट जगत की जानी-मानी हस्तियों और नौकरशाहों के फोन टैप कराए थे।