Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the js_composer domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
 नेत्रहीन सिखाएंगे अंधेरे में क्रिकेट खेलना | dharmpath.com

Wednesday , 18 June 2025

Home » धर्मंपथ » नेत्रहीन सिखाएंगे अंधेरे में क्रिकेट खेलना

नेत्रहीन सिखाएंगे अंधेरे में क्रिकेट खेलना

रायपुर, 25 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। नेत्रहीन लोग अपनी अंधेरी दुनिया में चीजों को किस तरह पहचान लेते हैं, यह बताने के लिए राजधानी रायपुर के एक निजी शॉपिंग मॉल में हैदराबाद की एक कंपनी जर्मन तकनीक पर आधारित मनोरंजक प्रदर्शनी शुरू करने जा रही है।

रायपुर, 25 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। नेत्रहीन लोग अपनी अंधेरी दुनिया में चीजों को किस तरह पहचान लेते हैं, यह बताने के लिए राजधानी रायपुर के एक निजी शॉपिंग मॉल में हैदराबाद की एक कंपनी जर्मन तकनीक पर आधारित मनोरंजक प्रदर्शनी शुरू करने जा रही है।

प्रदर्शनी का संपूर्ण संचालन नेत्रहीन युवाओं द्वारा किया जाएगा। इसको नाम दिया गया है- ‘अंधेरे से संवाद’।

फिलहाल देश के चार बड़े शहरों- दिल्ली, बेंगलुरू, हैदराबाद और भोपाल के बड़े शॉपिंग मॉलों में अंधेरे से संवाद (डायलॉग इन द डार्क) नामक मनोरंजन कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। उनके द्वारा कार्यक्रम में आने वाले जन-सामान्य को अंधेरे में चीजों को पहचानना सिखाया जाएगा। इसके तरह अंधेरे कमरे में क्रिकेट खेलने, मूर्तियों तथा फलों को पहचानने तथा झूला झूलने जैसे मनोरंजक कार्यक्रम आम जनता के लिए आयोजित किए जाएंगे।

चयनित युवाओं ने सोमवार को समाज कल्याण मंत्री रमशीला साहू से उनके निवास कार्यालय में मुलाकात की।

समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मठपुरैना में संचालित ²ष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय में बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके सात नेत्रहीन दिव्यांग विद्यार्थी अब आठ हजार से दस हजार रुपये मासिक वेतन पर रोजगार की शुरुआत करेंगे और जन-सामान्य को ‘अंधेरे से संवाद’ करना सिखाएंगे।

कंपनी द्वारा अब रायपुर के शॉपिंग मॉल में भी यह प्रदर्शनी लगाई जाएगी। नेत्रहीन दिव्यांगों को समान अवसर दिलाना और उनकी प्रतिभा को समझने के लिए समाज को प्रेरित करना इसका मुख्य उद्देश्य है।

छत्तीसगढ़ के जिन नेत्रहीन दिव्यांग युवाओं का चयन कंपनी द्वारा इस कार्यक्रम के लिए किया गया है, उनमें पंडरिया (जिला कबीरधाम) के रामप्रकाश मरावी, उतई (जिला दुर्ग) के दुष्यंत साहू, कोरबा जिले के सुंदरलाल पटेल, महासमुंद के हितेश सिन्हा, बिलासपुर के फागूराम बरगाह, भिलाईनगर के कनेश कुमार सहारे और मुंगेली के सोनू यादव शामिल हैं।

समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हैदराबाद की एक प्रतिष्ठित कंपनी द्वारा रायपुर के मठपुरैना स्थित शासकीय ²ष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यालय में लगभग एक सप्ताह पहले आकर नेत्रहीन दिव्यांगों का साक्षात्कार लिया गया। इसमें इस विद्यालय के बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थी शामिल हुए।

प्रत्यक्ष साक्षात्कार में 11 प्रतिभागियों का चयन किया गया। इसके बाद इनका टेलीफोनिक इन्टरव्यू हैदराबाद के मुख्य कार्यालय द्वारा लिया गया। इस इन्टरव्यू में सात विद्यार्थी चयनित हुए। उन्हें कंपनी द्वारा 25 जुलाई से 10 अगस्त तक 15 दिन का प्रशिक्षण हैदराबाद के एक शॉपिंग माल में दिया जाएगा।

प्रशिक्षण के बाद उन्हें रायपुर के शॉपिंग माल में कंपनी द्वारा बनाई जा रही प्रदर्शनी ‘अंधेरे से संवाद’ में नियुक्त किया जाएगा।

नेत्रहीन सिखाएंगे अंधेरे में क्रिकेट खेलना Reviewed by on . रायपुर, 25 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। नेत्रहीन लोग अपनी अंधेरी दुनिया में चीजों को किस तरह पहचान लेते हैं, यह बताने के लिए राजधानी रायपुर के एक निजी शॉपिंग मॉल में रायपुर, 25 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। नेत्रहीन लोग अपनी अंधेरी दुनिया में चीजों को किस तरह पहचान लेते हैं, यह बताने के लिए राजधानी रायपुर के एक निजी शॉपिंग मॉल में Rating:
scroll to top