चीन की स्टेट काउंसिल के ताइवान मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता आन फेंगशान ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किताब में मौजूद ली की टिप्पणियां ‘देश से विश्वासघात’ हैं और ‘औपनिवेशिक शासन के एक गुलाम के मनोविज्ञान को दिखाती हैं।’
फेंगशान के अनुसार, “किताब ने दिखा दिया है कि ली ने ताइवान और चीन, दोनों हमवतनों का विरोध किया है।”