जैसलमेर, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। मारुति सुजुकी डेजर्ट स्टॉर्म रैली के पांचवें दिन एक नया मोड़ आया। ‘मनाली मैन’ नाम से मशहूर जाने-माने रैली प्रतिभागी सुरेश राणा ने बढ़त बना कर रैली का रोमांच बढ़ा दिया।
राजस्थान के विशालकाय रेगिस्तान के आगे जयपुर के अभिषेक मिश्रा के वाहन ने घुटने टेक दिए। इसकी तकनीकी खराबी के चलते अभिषेक रैली से बाहर हो गए। गौरतलब है कि रैली के चौथे दिन तक अभिषेक की अपने नेविगेटर पी. वी. श्रीनिवास मूर्ति के साथ बढ़त कायम थी।
डेजर्ट स्टॉर्म का अनुभव प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों के लिए भी काफी दिलचस्प रहा है। दूर-दूर तक फैले रेत और रेतीले टीले, सूरज के उगने और डूबने का दिव्य दृश्य और ऊंटों के कारवां के परिदृश्य से गुजरते हवा से बातें करते वाहन-भला रैली का इससे दिलचस्प अनुभव और नजारा क्या हो सकता है!
डेजर्ट स्टॉर्म चरण-5 में टुर्कोन की बस्ती, माजिद की बस्ती और मंगलीवास के बीच तीन प्रतिस्पर्धी चरणों में प्रतिभागियों ने 217 किमी से अधिक की दूरी तय की। जैसलमेर से 53 किमी दूर टुर्कोन की बस्ती इसके रेतीले टीलों, विरल आबादी और बेहद मददगार स्थानीय लोगों के लिए मशहूर है, जो तेजी से भागते वाहन का दिल खोल कर हौसला बढ़ाते हैं।
रैली के पांचवें दिन प्रतिभागियों ने रात टुर्कोन की बस्ती मंे ही बिताई। पूरे इलाके को रौशन कर एक मेले का माहौल दिया गया था।
‘मनाली मैन’ सुरेश राणा और उनके नेविगेटर अश्विन नाइक अपने ग्रैण्ड विटारा में अब अव्वल स्थान पर आ गए हैं। दूसरे स्थान पर आए अमनप्रीत अहलूवालिया और वीरेंद्र कश्यप जबकि चोटी के तीन स्थानों में सबसे अंत में शामिल नीजू पाडिया और उनके नेविगेटर नीरव मेहता हैं।
एक्स्ट्रीम बाइक कैटेगरी में रैली रेसर सी.एस. संतोष ने लगातार बढ़त बनाए रखा है। इसके बाद अरविंद के.पी. हैं जबकि तीसरे स्थान पर अब आ गए हैं आर. नटराज।
रैली में भाग लेने वालों और उनके साथ चले सहायक दल के लोगों के लिए जैसलमेर के किले का नजारा दंग करने वाला था। किला ‘सुनहरे शहर’ जैसलमेर से 30 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर है और इसमें जबरदस्त युद्ध के बंदोबस्त के साथ एक पूरी आबादी के रहने की जगह है। जैसलमेर एक वैश्विक विरासत है। इसे सोनार किला भी कहते हैं। इसकी गिनती दुनिया के सबसे बड़े किलों में होती है।