आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप आज नारायणपुर जिले के ओरछ।विकासखंड मुख्यालय (अबूझमाड़ ) पहुँचे ।वहां उन्होंने 3 करोड़ 90 लाख से  रुपए से ज़्यादा राशि के निर्माण कार्यों का लोकार्पण ओर भूमि पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों को नवाखाई की बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बस्तर अंचल में टिकाऊ विकास के अनेकों कार्य कर रही है। अब अबूझमाड़ में टिकाऊ विकास की होने लगा है ।जिसका प्रतिसाद इस अंदरूनी अंचल अबूझमाड़ में भी देखने को मिल रहा है। उन्हांेन कहा कि आजादी के बाद 60 वर्षों में जितना विकास नहीं हुआ था, उतना विकास मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह की सरकार ने कर दिखाया है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अबूझमाड़ में और विकास के आयाम स्थापित होंगे। जिसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर मंत्री श्री कश्यप ने संचार क्रांति योजना, मुख्यमंत्री मनरेगा टिफिन योजना, उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना आदि के बारे में ग्रामीणों को बताया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला उईके, कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा, सीईओ जिला पंचायत श्री अशोक चौबे के अलावा संगठन पदाधिकारी श्री गौतम गोलछा, श्री नारायण मरकाम,  जिला पंचायत सदस्य के अलावा क्षेत्र के पंचायत पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
अबूझमाड़ प्रवास के दौरान आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने 132 लाख रूपये की लागत से निर्मित किये जाने वाले 100 सीटर बालक पोर्टाकेबिन छात्रावास भवन, 44 लाख रूपये की लागत से ओरछा में स्ट्रीट लाईट के माध्यम से विद्युत आपूर्ति हेतु 5-5 किलोवॉट के दो सोलर प्लांट का भूमिपूजन किया। वहीं 1 करोड़ से अधिक राशि की लागत से अबूझमाड़ में नवनिर्मित विश्रामगृह एवं 100 सीटर कन्या छात्रावास भवन का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर मंत्री श्री कश्यप ने 3 करोड़ 41 लाख रूपये के विभिन्न निर्माण कार्यों की मंजूरी देते हुए मुख्यमंत्री मनरेगा टिफिन योजना के तहत् हितग्राहियों को टिफिन का वितरण किया। इसके अलावा कृषि विभाग द्वारा हितग्राहियों को कृषि यंत्र, सिं्प्रकलर, सब्जीबीज मिनीकिट वितरित करने के साथ ही एक हितग्राही को पॉवल ट्रिलकर का भी वितरण किया। वहीं श्रम विभाग द्वारा पंजीकृत श्रमिकों को किट वितिरत किया गया। मंत्री श्री कश्यप ने देवगुड़ी निर्माण हेतु 3 लाख रूपये के चेक वितरित किये। वहीं उन्होंने तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस राशि का वितरण भी किया।