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Wednesday , 18 June 2025

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असम:मदरसों में पढ़ा रहे बाहर के शिक्षकों को नियमित रूप से थानों में उपस्थित होना पड़ेगा

January 4, 2023 9:30 pm by: Category: भारत Comments Off on असम:मदरसों में पढ़ा रहे बाहर के शिक्षकों को नियमित रूप से थानों में उपस्थित होना पड़ेगा A+ / A-

गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने रविवार (एक जनवरी) को कहा कि राज्य पुलिस इस्लामी धर्मगुरुओं की जिहादी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के बाद मदरसा शिक्षा को युक्तिसंगत बनाने के लिए मुस्लिमों के साथ काम कर रही है.

मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि असम पुलिस ने 2022 के दौरान आतंकी संगठन अंसारुल बांग्ला टीम और अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टीनेंट (एक्यूआईएस) के आठ मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया, जिसमें 51 लोगों को गिरफ्तार किए गए और कुछ निजी मदरसों से 9 बांग्लादेशियों की सीधी संलिप्तता पाई गई.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मदरसों में विज्ञान और गणित की शिक्षा दी जाएगी, शिक्षा का अधिकार का सम्मान किया जाएगा और शिक्षकों का एक डेटाबेस रखा जाएगा.

इसके अलावा मदरसों में अध्यापन के लिए असम के बाहर से आए सभी शिक्षकों को नियमित अंतराल पर नजदीकी पुलिस थानों में उपस्थित होना पड़ेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पुलिस महानिदेशक बीजे महंत के निर्देश के तहत पुलिस मदरसा शिक्षा को युक्तिसंगत बनाने के लिए मुस्लिम समुदाय के साथ काम कर रही है. उन्हें दुश्मन मानने के बजाय हम उन्हें हितधारक बना रहे हैं.’

राज्य के गृह विभाग का भी प्रभार संभाल रहे हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि कुछ जिलों में ऐसे कई इलाके हैं, जहां सिर्फ बंगाली मुस्लिम हैं और उन्हें हितधारक बनाना होगा.

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से समझौते के बाद विभिन्न संगठनों के 7,229 कैडर के आत्मसमर्पण करने के साथ 2022 में राज्य में जनजातीय उग्रवाद का अंत भी देखने को मिला.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उनके अनुसार, पुलिस ने 757 अत्याधुनिक हथियार, 5983 गोला-बारूद, 131 ग्रेनेड, 26 आईईडी और 52 किलोग्राम विस्फोट एनडीएफबी, एनएलएफटी, कार्बी, डिमासा और आदिवासी उग्रवादियों से बरामद किए गए, लेकिन स्वैच्छिक रूप से इससे कहीं ज्यादा हथियार बरामद किए गए हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस की एक और बड़ी उपलब्धि मोस्ट वांटेड माओवादी नेता अरुण कुमार भट्टाचार्य उर्फ कंचनदा की गिरफ्तारी थी, जिसके सिर पर 3.40 करोड़ रुपये का इनाम था. उसकी गिरफ्तारी ने वामपंथी उग्रवाद को करारा झटका लगा है.

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या बना हुआ है. पिछले वर्ष के दौरान कुल 1.12 करोड़ रुपये की रिश्वत लेते हुए 50 सरकारी कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया था.

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