दुर्घटना के पीछे नक्सली करतूत की आशंका जाहिर की जा रही है। डिब्बे पटरी से उतरने के कारण केके मार्ग पर रेल यातायात अवरुद्ध हो गया है। 13 दिनों बाद किरंदुल से विशाखापटनम जा रही एक मात्र पैसेंजर ट्रेन भी जगदलपुर नहीं पहुंच पाई।
सूत्रों के अनुसार, किरंदुल से वाल्टियर के लिए रवाना हुई मालगाड़ी के पीछे के चार डिब्बे कुंहार साडरा एवं काकलूर रेलवे स्टेशन के मध्य पटरी से उतर गए। रेलवे सूत्रों ने आशंका जाहिर की है कि नक्सलियों ने रेल पटरी के फिशहुक खोल दिए थे, जिससे समूची मालगाड़ी तो निकल गई, किंतु पिछले चार डिब्बे पटरी से उतर गए।
मामले की सूक्ष्म छानबीन की जा रही है। दुर्घटना के बाद किरंदुल से विशाखापटनम मार्ग पर रेल गाड़ियों की आवाजाही ठप्प हो गई है, जिससे रेलवे को करोड़ों रुपये की क्षति पहुंची है।
रेलवे का संधारण दल मौके पर पहुंच चुका है। देर शाम तक यातायात बहाल होने की उम्मीद जताई जा रही है। दुर्घटना की वजह से किरंदुल से विशाखापटनम जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को दंतेवाड़ा स्टेशन पर ही रोक लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि नक्सली शहीद सप्ताह एवं बंद के ऐलान की वजह से यह पैसेंजर ट्रेन पिछले 13 दिनों से जगदलपुर से विशाखापटनम तक संचालित हो रही थी। बुधवार शाम किरंदुल पहुंची पैसेंजर ट्रेन नक्सली ग्रहण के चलते फिर दंतेवाड़ा में रोक ली गई।