बान की-मून ने जलवायु जोखिम पर निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए पेरिस जलवायु समझौते से सबक लेने के लिए निवेशकों का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “वैश्विक तापमान को दो डिग्री से नीचे रखकर और 1.5 डिग्री बनाए रखकर हमें जीवाश्म ईंधन का तुरंत उपयोग करना चाहिए।”
उनके मुताबिक, पिछले साल स्वच्छ ऊर्जा में लगभग 33 करोड़ डॉलर निवेश किया गया था, जो 2004 की तुलना में छह गुना अधिक है। उन्होंने कहा, “यह अच्छा हिसाब-किताब है लेकिन आने वाले दशकों में सालाना तौर पर अरबों रुपये से कम है।”
बान ने अपने भाषण में कई अन्य सुझाव भी दिए, जिसमें विकासशील देशों के लिए राष्ट्रीय जलवायु योजनाओं के लिए वित्तीय प्रबंध करना शामिल है।