गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर साफ़ लिखा है कि राष्ट्र ध्वज पर कुछ भी लिखना मना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तिरंगे झंडे पर ‘दस्तख़त’ करने को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा हो गया और लोगों ने इस बात के लिए मोदी की कड़ी आलोचना की है और लोग कह रहे हैं कि मोदी ने राष्ट्र ध्वज का अपमान किया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ अमरीका दौरे पर गए नरेंद्र मोदी ने तिरंगे पर दस्तख़त करके शेफ़ विकास खन्ना को सौंप दिया था.
विकास, नरेंद्र मोदी के साथ ही अमरीका के दौरे पर हैं. उन्होंने नरेंद्र मोदी के फॉर्च्यून 500 कंपनियों के सीईओ के साथ डिनर का मेन्यू तैयार किया था.
तय कार्यक्रम के अनुसार विकास को ये झंडा अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को सौंपना था लेकिन ऐसी ख़बरें हैं कि आलोचना के बाद अधिकारियों ने ये झंडा वापस ले लिया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की आलोचना की और कहा, “आप कितने भी ऊंचे पद पर क्यों ना हों, राष्ट्र ध्वज आपसे ऊपर है. आपको ये बात समझनी चाहिए.”
कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “प्रधानमंत्री को अपने भीतर झांकना चाहिए और तिरंगे के सम्मान के लिए ज़रूरी क़दम उठाने चाहिए. क्योंकि तिरंगे का सम्मान 125 करोड़ भारतीयों की ज़िम्मेदारी है और ख़ासतौर से प्रधानमंत्री की.”
गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर फ्लैग कोड ऑफ़ इंडिया के मुताबिक़ तिरंगे पर कुछ भी लिखना प्रतिबंधित है. ट्विटर पर लोग लिख रहे हैं कि इस लिहाज से नरेंद्र मोदी ने झंडे पर दस्तख़त कर क़ानून का उल्लंघन किया है.