रांची, 6 जून (आईएएनएस)। भाकपा (माले) ने यह सुनिश्चित करने के लिए पहली बार मतदान करने का फैसला किया है कि भाजपा झारखंड से राज्यसभा की दो सीटें नहीं जीत पाए।
भाकपा(माले) राज्यसभा चुनाव से दूर रहा करती थी। लेकिन इस बार पार्टी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को वोट देने का फैसला किया है।
इस निर्णय से झामुमो का मनोबल बढ़ेगा। वह अपने उम्मीदवार बसंत सोरन को राज्यसभा की सदस्यता सुनिश्चित करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।
झारखंड विधानसभा में भाकपा(माले) के केवल एक सदस्य राज कुमार यादव हैं।
यादव ने आईएनएस से कहा कि यद्यपि भाजपा के पास जरूरी संख्या नहीं है, लेकिन उसने अपने दो उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव में उतारे हैं।
उन्होंने कहा, “भाजपा खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है इसलिए हमने झामुमो के पक्ष में वोट देने का फैसला किया है।”
झामुमो, कांग्रेस और झारखंड विकास मोर्चा राज्यसभा चुनाव के लिए एकजुट हो गए हैं।
भाजपा ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और महेश पोद्दार को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि झामुमो प्रमुख शिबू सोरन ने अपने छोटे बेटे बसंत सोरेन को उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा के उम्मीदवार नकवी की जीत कमोवेश निश्चित है, लेकिन पार्टी दूसरी सीट भी जीतने की कोशिश कर रही है।
झामुमो को 30 विधायकों का समर्थन हासिल है जिनमें उसके 19, कांग्रेस के 7, झाविमो(पी) के 2 और एक-एक एमसीसी और भाकपा(माले) के विधायक शामिल हैं।